दरअसल, पिछले दिनों समाजवादी पार्टी प्रत्याशी राहुल यादव के प्रचार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में राहुल यादव ने गले में नोटों की माला पहन रखी है और वह एक घोड़े पर बैठकर रोड शो करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी और कोविड प्रोटोकॉल के साथ आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। वीडियो वायरल होने पर एआरओ राकेश कुमार की तरफ से रोड शो में भीड़ जुटाने को लेकर राहुल यादव को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया गया था। साथ ही दो दिन में जवाब मांगते हुए सवाल किया गया था कि आपके विरूद्ध आचार संहिता के उल्लंघन में कार्रवाई क्यों न की जाए?
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यूपी चुनाव में अजब-गजब: गले में जूते की माला पहनकर चुनाव प्रचार में जुटा प्रत्याशी, वजह दिलचस्प है ये कहना है जिलाधिकारी का बुलंदशहर के डीएम का कहना है कि समाजवादी पार्टी प्रत्याशी राहुल यादव के खिलाफ वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए प्रथम दृष्टया आचार संहिता और महामारी अधिनियम के उल्लंघन का केस बनाया गया है। राहुल यादव के खिलाफ इस संबंध में जिले के गुलावठी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। आगे की कार्रवाई की जारी है। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी दल हो अगर वह आदर्श आचार संहिता का दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अवश्य की जाएगी।
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UP Election 2022: आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी और 100 समर्थकों पर केस दर्ज भाजपा प्रत्याशी पर भी केस दर्ज वहीं, बुलंदशहर सदर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी समेत 300 समर्थकों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन और महामारी अधिनियम में केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई भी सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर पुलिस जांच के बाद ही की गई है। बुलंदशहर से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने 250 से 300 समर्थकों के साथ रैली निकाली थी, जिसके बाद 1 फरवरी को रैली का वीडियो वायरल हो गया था।