वहीं उन्होंने इशारों ही इशारों में भाजपा के मांट विधानसभा से प्रत्याशी राजेश चौधरी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के द्वारा 25 करोड़ रुपये नौहझील ब्लॉक के लिए और 5 करोड़ रुपये सांसद निधि से विकास के लिए दिया गया था, जो कि आज तक नहीं लगा। उस पैसे का बंदरबांट कर लिया गया। उन्होंने यह आरोप लगाए हैं कि जिनके पास कुछ नहीं था आज वह 50 लाख रुपये की क़ीमत की गाड़ियों में घूमते हैं।
मांट विधानसभा क्षेत्र से सवा लाख वोट लाने का बना रखा था लक्ष्य उन्होंने कहा कि मैं अधर्म, अत्याचार और भ्रष्टाचार के खिलाफ हूं। उन्होंने कहा कि पार्टी से मैंने ना तो 2017 में टिकट मांगी थी और ना ही मैंने 2022 के चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी पेश की थी। ढाई साल पहले क्षेत्रीय नेतृत्व से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक मुझसे कह चुका कि इस बार आप तैयारी करिए। मांट विधानसभा क्षेत्र से सवा लाख वोट लाने का लक्ष्य बना रखा था। मथुरा वृंदावन विधानसभा सीट से में 100 प्रतिशत चुनाव जीत कर आऊंगा।
एसके शर्मा के साथ सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने छोड़ी भाजपा मांट विधानसभा क्षेत्र से एसके शर्मा की टिकट कटने के बाद क्षेत्रीय जनता में आक्रोश देखने को मिला था। क्षेत्रीय लोगों ने सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर पार्टी के खिलाफ और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के खिलाफ लोगों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। सैकड़ों लोगों ने वरिष्ठ नेता के साथ पार्टी छोड़ दी।