19 वर्षीय हाथरस की लड़की के साथ सितंबर 2020 में चार लोगों ने सामूहिक रेप किया था और दस दिन बाद उसकी दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। परिवार के विरोध के बावजूद स्थानीय प्रशासन द्वारा देर रात उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इस घटना ने राष्ट्रीय आक्रोश को जन्म दिया और दलितों पर अत्याचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बन गया।
यूपी कांग्रेस महासचिव श्याम सुंदर उपाध्याय ने इस बीच कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन पार्टी पीड़ित लोगों को टिकट देगी ताकि वे सशक्त हो सकें और अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें और दूसरों की भी मदद कर सकें।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, अपने भाई राहुल गांधी के साथ अक्टूबर 2020 में हाथरस में रेप और हत्या पीड़िता के परिवार से मिलने गई थीं। लड़की की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। गांधी भाई-बहनों ने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा था कि उन्हें न्याय और सच्चाई के लिए खड़े होने से कोई नहीं रोक सकता।