वहीं, बीजेपी के दिग्गज नेताओं की मानें तो राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जो नेता चुनाव नहीं लड़ा, वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं और जिसने चुनाव लड़ा, वह उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बैठकों का दौर जारी
विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच बैक टू बैक बैठकों का दौर जारी है। सूत्रों ने बताया कि राजस्थान में वसुंधरा राजे ने सोमवार को जयपुर में अपने विधायकों की बैठक बुलाई है, जबकि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और विधायक बाबा बालकनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.पी. जोशी को को दिल्ली बुलाया गया है।
सीएम के रेस में ये फेमस चेहरे
सीएम पद की रेस में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव, प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ओम माथुर शामिल हैं। इन सभी नेताओं ने चुनाव नहीं लड़ा, हालांकि, उन्होंने कड़ी मेहनत की। इनके अलावा मैदान में वसुंधरा राजे, राजसमंद सांसद दीया कुमारी और सांसद किरोड़ीलाल मीना भी हैं।
राज्यपाल से मिले ओम माथुर अरुण साव
वहीं, इस बीच चुनाव नतीजे आने और भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा के प्रदेश संगठन प्रभारी और महासचिव ओम माथुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन से मुलाकात की।
2024 को ध्यान में रखकर फैसला लेंगे प्रधानमंत्री मोदी
पार्टी नेताओं ने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए सोशल इंजीनियरिंग कार्ड खेलने को इच्छुक है। वे 2024 के लोकसभा चुनावों में अपना वोट शेयर प्रतिशत बढ़ाने के लिए दलित/मीणा कार्ड खेल सकते हैं। अंतिम फैसला पीएम मोदी और अमित शाह के स्तर पर लिया जाएगा। दिल्ली में नाम तय होने के बाद जल्द ही जयपुर में बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी।
इस बैठक में बीजेपी के चुनाव प्रभारी, प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। विधायक दल की बैठक में ही सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा। बीजेपी में इसी परंपरा के तहत सीएम के नाम का ऐलान किया जाता है।