इससे पहले 21 मार्च को प्रियंका विभिन्न रैलियों के जरिए पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला। पीएम मोदी ने जहां खुद को एक बार फिर चाय वाला बताया तो उनके इसी बयान पर प्रियंका ने उन्हें घेरा। प्रियंका ने कहा पीएम मोदी कभी भी चाय बागानों में गए। जो भी कभी बागान तक नहीं गए वे भला कैसे मजदूरों के दर्द को समझेंगे।
यह भी पढ़ेंः Assam assembly elections 2021 : पीएम मोदी बोले – हमने प्रदेश के लोगों को कांग्रेस की लूट से बचाया सोमवार को यहां रैली करेंगी प्रियंका22 मार्च को प्रियंका गांधी की चार रैलियां होंगी। पहली चुनावी रैली शारुपाथर में होगी। प्रियंका कलिआबोर में दूसरी और बोर्डोवा सत्र में तीसरी रैली को संबोधित करेंगी। इसके अलावा नगांव के बोर्डोवा में प्रियंका दिन की अपनी चौथी और अंतिम रैली को संबोधित करेंगी।
आपको बता दें कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी असम के लिए पार्टी की स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल हैं। ‘एक लड़की के ट्वीट से परेशान पीएम मोदी’
प्रियंका गांधी ने जोरहाट की रैली में पीएम मोदी को घेरा। प्रियंका ने कहा- पीएम मोदी कहते हैं कि 22 साल की बच्ची ने ट्वीट किया और कांग्रेस ने टूलकिट का समर्थन किया, जिसने भारत की चाय पर हमला किया।
प्रियंका ने पीएम के बयान को छोटा बताते हुए कहा कि सरकार ने 22 साल की लड़की को कुछ ट्वीट करने के लिए गिरफ्तार किया, लेकिन पीएम कहां थे? जब असम में हर साल बाढ़ की वजह से विरोध प्रदर्शन होते थे, पत्थरबाजी होती थी।
रोजगार का झूठा वादा
प्रियंका गांधी ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने आपसे बहुत से वादा किए थे। आपसे कहा था कि 25 लाख रोजगार मिलेंगे। क्या वो रोजगार आपको मिले? उन्होंने कहा था सीएए लागू नहीं करेंगे। लेकिन सत्ता में आते ही सीएए लागू करने की बात की।
आपको बता दें कि बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में ही सीएए को लागू किया जाएगा।
यह भी पढ़ेंः Puducherry Assembly Election 2021 : 480 उम्मीदवारों ने दाखिल किया पर्चा असम में बीजेपी के दो सीएमप्रियंका गांधी पहले दिन रैलियों में काफी आक्रामक तेवरों में नजर आईं। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर तंज भी कसे। प्रियंका ने कहा असम में दो मुख्यमंत्री एक साथ चला रही है बीजेपी।
उन्होंने उन्होंने सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व शर्मा पर तंज करते हुए कहा कि असम में दो मुख्यमंत्री हैं। जब तक दिल्ली से इशारा नहीं मिलता तब तक ये दोनों मुख्यमंत्री काम नहीं कर पाते।