इस सीट को जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। भाजपा को मोदी की गारंटी पर भरोसा है। पार्टी के प्रत्याशी और स्थानीय नेतृत्व मोदी की गारंटी को आगे रखकर चुनाव में लोगों से वोट मांग रहा है। हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई महतारी वंदन योजना को महिलाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि बता रहा है। वहीं कांग्रेस अपने चुनावी वादे को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
यह बता रही है कि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो हर गरीब महिलाओं को साल में एक लाख रुपए मिलेंगे। पार्टी युवाओं को साधने की कोशिश कर रही है। इसके तहत 12 वीं या स्नातक पास होने पर कौशल विकास से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराने का वादा कर रही है। इसके अलावा अन्य मुद्दों को भी बता रही है। दोनों ही पार्टियों के वादे को राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के वोटर अपने-अपने अनुसार से तौल रहे हैं।
जिले में 804 मतदान केन्द्र हैं और कुल मतदाताओं की संख्या 6 लाख 53 हजार 224 है। इसमें 3 लाख 25 हजार 244 पुरूष मतदाता, 3 लाख 27 हजार 978 महिला मतदाता और 02 थर्ड जेंडर मतदाता है। इसमें 6 हजार 517 दिव्यांग मतदाता, 85 वर्ष से अधिक वरिष्ठ नागरिक की संख्या 2 हजार 668 और 18 से 19 वर्ष के युवा मतदाता की संख्या 23 हजार 637 है। जिले में जेंडर रेसियों 1008 है। सर्विस मतदाताओं की संख्या 136 है। 100 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 88 मतदाता है। जिले में 20 महिला प्रबंधित मतदान केन्द्र बनाएं जाएंगे। इसमें 10 पंडरिया और 10 कवर्धा विधानसभा के लिए होंगे।