यूजीसी द्वारा प्रतिबंधित विश्वविद्यालय
यूजीसी ने राजस्थान के जिन तीन विश्वविद्यालयों को प्रतिबंधित कर दिया है उनमें OPJS यूनिवर्सिटी (चूरू), सनराइज यूनिवर्सिटी (अलवर) और सिंघानिया यूनिवर्सिटी (झुंझुनू) के नाम शामिल हैं।
पीएचडी कोर्स के लिए क्या हैं यूजीसी के दिशा-निर्देश (UGC Guidelines For PhD Course)
किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा यूजीसी प्रोग्राम चलाने के लिए कुछ दिशा-निर्देश का पालन करना जरूरी है। यदि कोई यूनिवर्सिटी इन नियमों का पालन नहीं करता है तो यूजीसी उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। आइए, जानते हैं पीएचडी प्रोग्राम के लिए यूनिवर्सिटी का किन पैरामीटर को फॉलो करना जरूरी है-
- एंट्रेस टेस्ट का वेटेज कितना है
- इंटरव्यू का वेटेज कहीं ज्यादा तो नहीं
- पीएचडी में दाखिले के बाद हर सेमेस्टर में कैसे समीक्षा हो रही है
- पीएचडी थीसिस को बाहरी एग्जामिनर के पास भेजा गया है या नहीं
क्या है पूरा मामला?
यूजीसी की जिम्मेदारी है कि वो इस बात की देख रेख करे कि यूनिवर्सिटी में पीएचडी समेत अन्य प्रोग्राम में उच्च मानकों को बनाए रखें। इसी कड़ी में यूनिवर्सिटी ने राजस्थान के इन तीन विश्वविद्यालयों पर कार्रवाई करते हुए इन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। यूजीसी ने यह कदम अपने स्थायी समिति द्वारा की गई गहन समीक्षा प्रक्रिया के बाद उठाया है। समिति की जांच से पता चला कि तीनों विश्वविद्यालयों ने यूजीसी के पीएचडी नियमों और शैक्षणिक मानदंडों का पालन नहीं किया था। वहीं विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए जवाब भी असंतोषजनक थे। यही कारण है कि इन यूनिवर्सिटी को निर्धारित समय के लिए पीएचडी कोर्स चलाने से रोक दिया गया। फिलहाल यूजीसी 30 और यूनिवर्सिटी की जांच कर रहा है।