UGC: क्या कहते हैं नए नियम?
यूजीसी के नए नियमों की मानें तो उच्च शिक्षा संस्थान (HEI) डिग्री कर रहे छात्रों को दो विकल्प दे सकता है। जिसमें छात्रों को त्वरित डिग्री कार्यक्रम और दूसरा विस्तारित डिग्री कार्यक्रम शामिल है। दोनों विकल्पों में से छात्र किसी एक विकल्प को चुन सकते हैं। कई छात्रों के मन में इस बात को लेकर संशय है कि कुआ दोनों डिग्रियां एक समान मानी जाएगी क्या? तो इस पर यूजीसी अध्यक्ष का कहना है कि पहले या बाद में पूरी की गई दोनों यूजी डिग्रियों को एक समान माना जाएगा। UGC का यह नियम नई शिक्षा निति(New Education Policy) के न अनुरूप तय किया गया है।
Accelerated Degree Programme, xtended Degree Programmeक्या है यह दोनों डिग्रियां?
त्वरित डिग्री कार्यक्रम (Accelerated Degree Programme) और विस्तारित डिग्री कार्यक्रम(Extended Degree Programme) की बात करें तो त्वरित डिग्री कार्यक्रम में असाधारण शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले छात्र या अतिरिक्त क्रेडिट पूरा करने वाले छात्र तय समय अवधि से पहले ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकते हैं। वहीं विस्तारित डिग्री कार्यक्रम में किसी व्यक्तिगत कारण या वित्तीय या शैक्षणिक चुनौतियों का सामना कर रहे छात्र अपनी डिग्री को पूरा करने के लिए तय समय से अतिरिक्त समय ले सकते हैं। दोनों ही केस में किसी प्रकार से डिग्री को कम नहीं आंका जाएगा।
UGC: सभी संस्थान में जल्द लागू होंगे नियम
यूजीसी के इन नए नियमों को जल्द ही सभी उच्च शिक्षा संस्थान भी अपने यहां लागू करने जा रही है। यूजीसी अध्यक्ष M Jagdish Kumar ने कहा कि सभी संस्थानों से यह अपेक्षा की जाती है कि वह जल्द ही इस नियम को अपने यहां लागू करने की ओर काम करेगी और जरुरी दिशा-निर्देश जारी करेगी। इस नए नियम के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए UGC की आधिकारिक वेबसाइट https://www.ugc.gov.in/ पर जाया जा सकता है।