क्या है NTA का कहना
एनटीए ने सुनवाई के दौरान कहा कि नीट यूजी में इस बार पाठ्यक्रमों को घटाया गया था, जिस वजह से छात्रों को अच्छा स्कोर करने में मदद मिली। अच्छे स्कोर को किसी प्रकार की धांधली या गड़बड़ी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। चयन प्रक्रिया पूरी तरह से है रैंक आधारित
सुनवाई के दौरान एक और मुद्दा उठा कि सर्वोच्च स्कोर प्राप्त करने वाले छात्र विभिन्न राज्यों से थे। एनटीए ने कहा कि सीबीआई अभी जांच कर रही है और ये कहना गलत होगा कि योग्य उम्मीदवारों को मौका नहीं मिला है क्योंकि चयन प्रक्रिया पूरी तरह से रैंक आधारित है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट में उन 100 टॉपर्स का भी जिक्र हुआ। कोर्ट ने पूछा कि 100 टॉपर्स किन राज्यों से हैं।
100 टॉपर्स में से किस राज्य के कितने छात्र हैं
- तमिलनाडु- 8
- बिहार- 7
- गुजरात-7
- आंध्र प्रदेश- 7
- उत्तर प्रदेश -6
- कर्नाटक-6
- केरल -5
- महाराष्ट्र -5
- पश्चिम बंगाल -5
- हरियाणा- 4
- दिल्ली -3