आज हम आपको बता रहे हैं हरियाणा में हिसार जिले के एक छोटे से गांव सिवानी बोलान में जन्मे सिद्धार्थ सिहाग जिन्होंने अपनी पूरी पढ़ाई पंचकुला में की। सिहाग की पत्नी रूकमणि सिहाग भी आईएएस है जो वर्तमान में डूंगरपुर जिला परिषद CEO से बूंदी में कलेक्टर बनाया गया है। सिद्धार्थ सिहाग के पिता दिलबाग सिंह हरियाणा में चीफ टाउन प्लानर से सेवानिवृत हुए हैं उनका छोटा भाई सिद्धांत दिल्ली जज है।
‘अगर आप एक लक्ष्य की ओर हार्डवर्क के साथ परीक्षा की तैयारी करते हैं तो आप मजिल को जरूर हासिल करेंगे, आप चाहे जो सोच लें वह सक्सेस आपको जरूर मिलेगी। सिद्धार्थ सिहाग ने कॉलेज में आने के बाद ही ठान लिया था कि प्रशासनिक अधिकारी ही बनना है, इसके लिए बहुत मेहनत की। सिद्धार्थ सिहाग स्कूलिंग के बाद पंचकुला से सीधे हैदराबाद गए।
तीनों ही कॉम्पीटिशन के लिए किसी भी प्रकार की कोचिंग नहीं की। आईएएस की तैयारी के दौरान इंटरनेट से पुराने आईएएस के अनुभव जरूर लिए। वर्धा के तत्कालीन कलक्टर के ब्लॉग से भी नोट मददगार रहे और बाकी पूरा फोकस पढ़ाई पर। आज के दौर में सामान्य ज्ञान पर पूरा फोकस होना चाहिए। प्रतियोगी परीक्षा में सबसे अहम् और महत्वपूर्ण पार्ट सामान्य ज्ञान है जिसमें अपनी मजबूत पकड़ के साथ परीक्षा में कामयाबी हासिल की जा सकती है। वर्तमान में उदयपुर नगर निगम के कमिश्नर और स्मार्ट सिटी सीईओ से उन्हें नई अशोक गहलोत सरकार में झालावाड़ कलेक्टर लगाया है।