भारत को बेहतर निवेश का ठिकाना बताते हुए उन्होने कहा कि भारत इज ऑफ डूइंग पर फोकस कर रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही भारत आने वाले वक्त में मैन्युफैक्चरिंग हब बनकर उभरेगा। भारत ने हमेशा से क्वालिटी प्रोडक्ट और चीप कॉस्ट पर फोकस किया है।
गोयल ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय सप्लाई ( International supplier ) चेन में जो एक खाली स्थान है, उसे भरने में भारत सक्षम है। सरकार ( Indian Govt ) भारत को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए लगातार मदद कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही भारत ऐसा करने में सक्षम होगा। सरकार निवेशकों को हर तरह से सपोर्ट के लिए तैयार है, बल्कि सरकार सिंगल विंडो परमिशन ( Single Window Permission ) पर काम किया जा रहा है।
मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement ) को लेकर गोयल ने कहा कि इसके लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों को लंबी वार्ता करनी होगी। नवंबर में अमेरिका में चुनाव हैं ऐसे में देखना होगा कि ये सौदा चुनाव से पहले होता है या बाद में। आपको बता दें कि सम्मेलन वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हो रहा है।