बन सकता है दुनिया का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला करंसी
पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक ( Pakistan central bank ) ने बीते एक साल में पांच बार करंसी को डिवैल्यू (अवमूल्यन) किया है। गत बुधवार को कारोबार के बाद पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 149.64 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह ही यह 152.525 के स्तर न्यूनतम स्तर पर पहुंचा था। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी रुपया दो देश जाम्बिया और हैती के साथ दुनिया का सबसे खराब प्रदर्शन वाली करंसी बन गया है। जानकारों का मानना है कि यदि पाकिस्तानी रुपये का प्रदर्शन ऐसे ही खराब रहा तो बहुत जल्द यह दुनिया का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला करंसी बन जाएगा। बीते 1 साल में कुल मूल्य में एक तिहाई की गिरावट देखने को मिली है। बाजार जानकारों का मानना है कि पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक ने रुपये को लेकर हस्तक्षेप तो किया है, लेकिन प्रमुख तौर पर यह बाजार के प्रदर्शन के आधार पर प्रदर्शन कर रहा है।
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बता दें कि पिछले साल ही पाकिस्तानी रुपये में 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी, जिसके बाद एशिया के 13 अहम मुद्राओं में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया था। फिलहाल, आज दोपहर 12 बजे तक एक डॉलर के मुकाबले रुपा अफगानिस्तान की मुद्रा का मूल्य 80.22, भारतीय रुपये का 69.79, बांग्लोदशी टका का 84.64 और नेपाली रुपए का 112.185 है। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान के रुपए का मूल्य आज 150.85 है।
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डॉलर के मुकाबले 200 के पार जा सकता है पाकिस्तानी रुपया
ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में अर्थशास्त्री केसर बंगाली के हवाले से लिखा है कि पाकिस्तानी रुपये का संभलना बेहद मुश्किल नजऱ आ रहा है, क्योंकि कर्ज बहुत ज्यादा है। वहीं, सरकार की आमदनी घट रही है। वहीं, महंगाई आसमान छू रही हैं। ऐसे में पाकिस्तानी रुपया साल के अंत तक 200 प्रति डॉलर तक जा सकता है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बूम एंड बस्ट सायकल से गुजर रही हैं। पिछले एक साल के दौरान रुपया 20 फीसदी कमजोर हो चुका है। यदि, ऐसा होता है पाकिस्तान के आम लोगों को वित्तीय तौर पर सबसे बुरा दौरा देखने को मिल सकता है, क्योंकि इससे महंगाई बढऩे की आशंका होगी। पाकिस्तान अभी भी जरूरत से अधिक कच्चे तेल का आयात कर रहा है। साथ ही रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी अधिकतर सामानों को आयात कर रहा है।
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