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अर्थव्‍यवस्‍था

अगर लॉकडाउन बढ़ा तो देश में नहीं होगी अनाज की कमी, कृषि मंत्रालय के आंकड़े दे रहे हैं गवाही

लॉकडाउन के दौरान भी धान और दलहनों की खेती और रकबे में हुआ है इजाफा
आने वाले दिनों में किसी तरह की नहीं होगी देश को अनाज की दिक्कत

Apr 13, 2020 / 07:26 am

Saurabh Sharma

coronavirus lockdown

If lockdown increases then there will be no food shortage in country

नई दिल्ली। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के सभी चीफ मिनिस्टर्स से बात की है, तब से पूरा देश इसी सोच में है कि देश में लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या नहीं? इस सवाल में भी कई तरह के सवाल छिपे हुए हैं। मगर सबसे बड़ा सवाल ये है कि देश में लॉकडाउन बढ़ाने के बाद उतना अनाज है कि पूरे देश को पर्याप्त हो सके। वास्तव में चिंता लॉकडाउन के दौरान की नहीं बल्कि उसके बाद बाद की है। जानकारों का कहना है कि देश में अनाज की कोई दिक्कत नहीं होगी। कृषि मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अगर खरीफ फसल का अनाज खत्म भ्भी हो जाएगा तो भी अनाज की कोई समस्या नहीं आएगी। आइए आपको भी बताते हैं कि कृषि मंत्रालय की ओर से किस तरह के आंकड़े जारी किए हैं?

इसलिए अनाज की चिंता नहीं
कोरोना वायरस से बचने के लिए किए गए लॉकडाउन से जायद सीजन की फसलों की बुवाई बेअसर रही है। देशभर में जायद फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले ३१ फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। गरमी के सीजन में जिन फसलों की बुवाई होती है, उनको जायद फसल या गरमा फसल कहते हैं। रागी छोड़कर बाकी सभी मोटे अनाज, दलहन, तिलहन समेत इस गर्मा धान की बुवाई में तेजी आई है।

जायद फसलों का रकबा बढ़ा
– मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में जायद फसलों का रकबा 48.76 लाख हेक्टेयर हो चुका है, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 11.64 लाख हेक्टेयर यानी 31.35 फीसदी अधिक है।
– धान का रकबा 32.58 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 23.81 लाख हेक्टेयर था।
– दलहनों का रकबा 3.97 लाख हेक्टेयर हो चुका है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान 3.01 लाख हेक्टेयर था।
– मोटे अनाजों की बुवाई 5.54 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल इस समय तक 4.33 लाख हेक्टेयर मे हुई थी।
– वहीं, तिलहनों का रकबा 6.66 लाख हेक्टेयर हो गया है, जबकि पिछले साल इस समय तक 5.97 लाख हेक्टेयर था।

रबी की फसलों का भी बढ़ा था रकबा
– रबी फसलों का रकबा लगभग 7 फीसदी बढ़ा है।
– सबसे ज्यादा गेहूं का रकबा 10 फीसदी तक बढ़ा है।
– चने का रकबा 5.07 लाख हेक्टेयर से ज्यादा बढ़ा है।
– देशभर में गेहूं की बुवाई 297.02 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
– सभी रबी फसलों तो कुल रकबा 571.84 लाख हेक्टेयर हो चुका है।
– पिछले साल इसी समय यह रकबा 536.35 लाख हेक्टेयर था।
– पिछले साल की अपेक्षा रबी फसलों की बुवाई का रकबा 6.62 फीसदी तक बढ़ चुका है।
– दलहन में चना का रकबा भी 94.96 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है जो पिछले साल की अपेक्षा 5.64 फीसदी ज्यादा है।
– वहीं दलहनी फसलों का रकबा 140.13 लाख हेक्टेयर हो चुका जो पिछले साल की अपेक्षा 3.30 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
– मोटे अनाजों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 4.54 लाख हेक्टेयर बढकऱ 46.66 लाख हेक्टेयर रहा।

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