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दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बना
एचडीएफसी बैंक अब बाजार मूल्य के हिसाब से जेपी मॉर्गन, आईसीबीसी और बैंक ऑफ अमेरिका के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। बता दें कि यह मर्जर देश के कॉरपोरेट सेक्टर का सबसे बड़ा सौदा है। इसका आकार 40 अरब डॉलर का है। इसकी कुल एसेट्स 18 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक होगी।
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दीपक पारेख ने किया रिटायरमेंट का ऐलान
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। एचडीएफसी के शेयरहोल्डर्स को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा कि वह अब अपनी इस जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहते हैं। 78 साल के पारेख अब बैंक में किसी भूमिका में नहीं रहेंगे। एचडीएफसी के सीईओ केकी मिस्री बैंक के बोर्ड में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इसके लिए रिजर्व बैंक की मंजूरी भी लेनी होगी। पारेख ने कहा, ’अब कंपनी से मुक्त होने का समय आ गया है। एचडीएफसी के शेयरहोल्डर्स के लिए यह मेरी आखिरी चिट्ठी है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में हमारी कंपनी बेहतर ग्रोथ हासिल करेगी।’ अपनी इस चिट्ठी में पारेख काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि एचडीएफसी का अनुभव उनके लिए अमूल्य है। सीनियर बैंकर ने कहा, ’हमारे इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता और हमारी विरासत को आगे बढ़ाया जाएगा।’
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शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले 42 शेयर
नई कंपनी का बीएसई सूचकांक में दबदबा रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी अधिक हो जाएगा। फिलहाल रिलायंस का दबदबा 10.4 प्रतिशत है, लेकिन विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का दबदबा 14 प्रतिशत के करीब हो जाएगा। इस सौदे के तहत एचडीएफसी के प्रत्येक शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे। वहीं, एचडीएफसी के शेयर की सूचीबद्धता समाप्त करने का काम 13 जुलाई से प्रभावी होगा।