90 फीसदी कंज्यूमर ने बदला लाइफ स्टाइल
जानकारी के अनुसार यह सर्वे और मार्च से लेकर जून के बीच में वैश्विक स्तर पर किया गया था। इस सर्वे में 45,000 लोगों ने हिस्सा लिया था जिनमें से 2,500 उपभोक्ता भारतीय हैं। सर्वे के अनुसार 90 फीसदी भारतीय कंज्यूमर अपने जीवन, कार्य और उपभोग के तौर तरीकों में स्थाई बदलाव कर दिया है या फिर उसमें चेंज करने के मूड हैं। साथ ही वो ब्रांड्स को लेकर कोविड पूर्व की दुनिया की ओर वापस नहीं जाना चाहते हैं। सर्वे के अनुसार महामारी ज्यादा से ज्यादा लोगों को किराना का सामान तक ऑनलाइन खरीदने के लिए प्रेरित कर रही है।
हेल्थ को लेकर सजग हुए इंडियन
सर्वे के अनुसार डॉमेस्टिक प्रोडक्ट्स ई कॉमर्स, होम डिलिवरी और वर्चुअज कंसलटिंग की डिमांड में इजाफा देखने को मिला है। इन तमाम सर्विस की कोरोना संकट के बाद भी अस्तित्व में रहने की संभावनाओं के साथ डिमांड भी बढऩे के आसार हैं। रिपोर्ट के अनुसार कंज्यूमर अब बेसिक रिक्वायरमेंट की ओर फोकस किए हुए हैं। गैर जरूरी सामान में वो लगातार कटौती कर रहा है। सर्वे के अनुसार 85 फीसदी कंज्यूमर अपने हेल्थ को देखते हुए खरीदारी कर रहा है। साथ खाद्य पदार्थों की बर्बादी को सीमित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
सामान की कीमत पर ज्यादा ध्यान
सर्वे के अनुसार 75 फीसदी इंडियन कंज्यूमर खरीदारी करते वक्त प्रोडक्ट की कीमत में पर ज्यादा फोकस किए हुए हैं। वहीं प्रोडक्ट्स खरीदते वक्त 71 फीसदी इंडियन को लगता है कि गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता सबसे अधिक मायने रखने लगा है। सर्वे में कहा गया है कि वर्क फ्रॉम होम कल्चर अब लगातार बढ़ रहा है। महामारी के कारण घरों में खाली टाइम स्पेंड करने के तरीकों में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सर्वे के मुताबिक इटरटेनमेंट, एजुकेशन और डीआईवाई में भी तेजी देखने को मिली है। कंज्यूमर इनसे रिटलेटिड ऐप्स को डाउनलोड कर रहे हैं।