अस्थमा रोग को देनी है मात तो करें पीपलामूल का इस्तेमाल, ये भी होंगे फायदे 1.आमलकी एकादशी का व्रत करने के लिए सुबह स्नान करके भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने खड़े हो। अब हाथ में कुश पहनकर जल और काले तिल लेकर व्रत का संकल्प करें।
2.अब पीले वस्त्र धारण करके ‘मम कायिकवाचिकमानसिक सांसर्गिकपातकोपपातकदुरित क्षयपूर्वक श्रुतिस्मृतिपुराणोक्त फल प्राप्तयै श्री परमेश्वरप्रीति कामनायै आमलकी एकादशी व्रतमहं करिष्ये’ मंत्र का जाप करें। 3.अब आंवले के वृक्ष पर जल चढ़ाएं। साथ ही हल्दी अर्पण करें। इससे विष्णु भगवान प्रसन्न होंगे।
4.आमलकी एकादशी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर विष्णु भगवान की कथा पढ़ने से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इससे घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
घर के कोनों में रख दें काली मिर्च के दाने, दूर हो जाएगी गरीबी 5.इस दिन घर में कलश की स्थापना करने से घर में खुशहाली आती है। कलश रखते समय इस पर श्रीखंड और चंदन का लेप लगाएं। अब इसमें जल भरकर पांच आम के धुले हुए पत्ते रखें। अब इसके उपर एक जटा वाला नारियल रख दें।
6.आमलकी एकादशी को विष्णु जी के छठे अवतार परशुराम की मूर्ति की स्थापना एवं पूजन करने से भी लाभ होता है। इससे व्यक्ति का पराक्रम बढ़ता है। 7.आमलकी एकादशी को रात्रि जागरण करने से विष्णु भगवान प्रसन्न होते हैं। इससे व्यक्ति पर आने वाली मुसीबतें दूर होती हैं।
8.आमलकी एकादशी के दिन भगवान को गुड़ और दही का भोग लगाना चाहिए। साथ ही पीले रंग के पकवान चढ़ाने चाहिए। 9.इस दिन रात को भजन-कीर्तन करने एवं जरूरतमंदों को दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
10.आमलकी एकादशी के व्रत का उद्यापन अगले दिन यानि द्वादशी के दिन करना चाहिए। इस दिन ब्राम्हण को वस्त्र एवं दक्षिणा का दान करें। साथ ही घर में स्थापित किए गए कलश को भी उन्हें सौंप दें। इससे घर में समृद्धि आएगी।