पढ़ाई और परीक्षा पर बल देते हुए जरूरी टिप्स भी दिए उन्होंने पढ़ाई और परीक्षा पर बल देते हुए जरूरी टिप्स भी दिए। लक्ष्य पर फोकस और ध्यान में एकाग्रता, सोच और भाषा, यादशास्त, प्रेरणा, भावना एवं बुध्दि को मुख्य बिंदु बताते हुए कहा यदि इस पर ध्यान देेंगे तो परीक्षा के समय तनाव की कोई गुंजाइश नहीं होगी। आत्मविश्वास के साथ आगे बढिएं, परिणाम की चिंता मत कीजिए। उन्होंने रनलॉ नामक परीक्षा की तकनीकी पर चर्चा की। कहा, पढ़ों, रेखांकित करो, सूचीबध्द करें और फिर विस्तार कर सब चीजों को लिखें। ऐसा करने से आपको खुद ब खुद सारी बातें याद हो जाएगी।
तनाव को नहीं कर सकते शून्य
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रभारी प्राचार्य डॉ. एमए सिद्दिकी ने कहा कि तनाव को कम किया जा सकता है, लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं। इसलिए जरूरी हो जाता है कि पॉजीटिव एनर्जी के साथ रहें। कुछ तनाव अपरिहार्य होते हैं। @Patrika. तनाव को शून्य करने की चिंता न करें। सेमिनार का संचालन विभाग प्रमुख डॉ. रचिता श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान डॉ. सुचित्रा शर्मा, डॉ. प्रतिभा शर्मा, डॉ. प्राची सिंह, डॉ. शंकर निषाद, डॉ. ज्योति धारकर, डॉ. तरलोचन कौर, डॉ. मीना मान, डॉ. विजय लक्ष्मी नायडू, डॉ. जनेन्द्र दीवान, डॉ. दिलीप साहू मौजूद रहे।