बीएसपी ऑपरेशन फेरबदल: तीसरी सूची डीजीएम और जीएम स्तर की
बीएसपी सीईओ एम. रवि के ऑपरेशन फेरबदल से अफसरों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। आखिर सीईओ क्या संदेश देना चाहते हैं कि यहां के अफसर निकम्मे हैं।
BSP Operation shuffle: GM and DGM level third list
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र में सीईओ एम. रवि के ऑपरेशन फेरबदल से अफसरों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। हालांकि विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई के भय से वे खुलकर अपनी बात नहीं कह पा रहे हैं, मगर दबी जुबान उनका कहना है कि आखिर सीईओ क्या संदेश देना चाहते हैं कि यहां के अफसर निकम्मे हैं।
35 अफसरों के प्रभावित होने की चर्चा
रवि ने 01 अगस्त को संयंत्र के सीईओ का कार्यभार संभालते ही 48 लोगों का ट्रांसफर लिस्ट जारी किया। इसके 21 अगस्त को दूसरी सूची जारी की जिसमें 27 अफसरों के विभाग बदले गए इनमें 12 एजीएम, 2 सीनियर मैनेजर, 4 मैनेजर, 5 डिप्टी मैनेजर, 3 असिस्टेंट मैनेजर और 1 जूनियर मैनेजर शामिल थे। इस तरह अब तक 48 अफसरों को इधर उधर कर चुके हैं। अब तीसरी सूची में डीजीएम और जीएम स्तर के 35 अफसरों के प्रभावित होने की चर्चा है। कुछ का तो यहां से स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के दूसरे संयंत्रों या कार्पोेरेट ऑफिस में भेजने की भी बात चल रही है।
संयंत्र के अफसरों में खलबली
सीईओ के इस रवैए से संयंत्र के अफसरों में खलबली मची हुई है साथ ही नाराजगी भी बढ़ती जा रही है। अफसरों का कहना है कि इनसे पहले भी प्रबंध निदेशक (बाद में सीईओ) अपने स्तर पर टीम बनाते रहे हैं, प्रशासनिक फेरबदल मैनेजमेंट का हिस्सा है, मगर अभी अफसरों में जिस तरह भय का माहौल व उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है, ऐसा अब तक किसी भी मुखिया ने नहीं किया। एक तरफ भिलाई बिरादरी को अपनी ताकत बता रहे हैं तो दूसरी तरफ हर किसी को अविश्वास व शंका की नजर से देखा जा रहा है।
पहली प्रशासनिक जमावट जिस पर उठी उंगली
31 मई को ईडी एलटी शेरपा के रिटायर होने के बाद जीएम मैनेजमेंट सर्विसेस माधुरी मेनन को इंचार्ज कार्मिक व प्रशासन (पीएंडए) बनाया गया। माधुरी महीनेभर काम संभाला और 30 जून को रिटायर हो गईं। व्यवस्था के मुताबिक विभाग के सीनियर मोस्ट जीएम बिजनेस एक्सीलेंस एसपीएस जग्गी जिनकी गिनती संयंत्र के काबिल अफसरों में भी होती है, को प्रभार दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महीनेभर विभाग बिना प्रमुख का रहा। बाद में जीएम इंचार्ज पीएंडए आरके प्रसाद को कोलकाता से यहां लाया गया।
फैसले जिससे अफसर नाराज हैं
बीएसपी के अधिशासी निदेशक एसबी साहा को तीन महीने की जबरिया छुट्टी पर भेज दिया गया है। नाराजगी की वजह लौह अयस्क उत्पादन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाना बताया जा रहा है। इनके अलावा नगर सेवा विभाग, मेडिकल और संयंत्र के प्रमुख विभागों में थोक में फेरबदल की संभावित सूची से भी अफसरों का एक बड़ा तबका नाराज हैं।
योग्यता के मुताबिक काम लेना गलत नहीं
सेफी के महासचिव एनके बंछोर ने कहा कि मॉडेक्स प्लान पूरा होने के बाद संयंत्र को चलाने उपयोगिता को ध्यान में रखकर यह फेरबदल किया जा रहा है। चाहे एक्जीक्यूटिव हो या नॉन एक्जीक्यूटिव डिप्लायमेंट होगा ही। कायदे से यह काम तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था। लोग नए प्लांट को जानेंगे- समझेंगे तभी तो वहां अच्छे से काम कर पाएंगे। इसमें किसी को भी अन्यथा नहीं लेना चाहिए।
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