25 साल की अनीता 4 लोगों को दे गई नई जिंदगी, ब्रेन डेड होने के बाद भी किए अंग दान
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. नीलेश गोठी ने बताया कि 12 जुलाई को जिला अस्पताल में बालदिया गांव के तीन साल के बच्चे को गंभीर हालात में भर्ती किया था। उसके लक्षण चांदीपुरा वायरस (Chandipura virus) से मिलते जुलते होने पर रीढ़ की हड्डी से पानी का सैंपल लेकर पुणे की लैब में भेजे थे। इस दौरान बच्चे का बेहतर उपचार किया गया। आंतों, तेज फीवर सहित काफी अधिक शारीरिक बीमारियां थी। बच्चे की हालात में तेजी से सुधार होने तथा सामान्य होने पर उसे शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया। वहीं, रविवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, अब घबराने की कोई बात नहीं है। चिकित्सकों की टीम में शिशु रोग विशेषज्ञ डा. नीलेश गोठी, डा. गौरव यादव एवं डा. रामप्रकाश सहित नर्सिंग स्टॉफ था।बाघ दिवस विशेष : राजस्थान बना बाघिस्तान…जंगलों में गूंज रही दहाड़, अब इतनी संख्या हुई
रिपोर्ट नेगेटिव, उदयपुर रैफरडा. गोठी ने बताया कि जिले के रामसौर के पारगी फला की साढ़े चार वर्ष की बच्ची भी 10 जुलाई को भर्ती हुई थी। उसके भी लक्षण चांदीपुरा वायरस से मिलते-जुलते होने पर रिपोर्ट भेजी थी। पर, रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बच्ची की हालात सामान्य है। पर, उसने कम एवं धुंधला दिखाई देेेने की शिकायत आ रही है। इस पर उदयपुर रैफर किया है।