कोलेस्ट्रॉल रहता है कंट्रोल
रोजाना करीब 30 मिनट तक ब्रिस्क वॉक करने से हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए फायदेमंद है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) की रिपोर्ट के मुताबिक, नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल तेजी से कम हो सकता है। साथ ही एक्सरसाइज करने से भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर में गिरावट देखने को मिल सकती है। नियमित रूप से ब्रिस्क वॉक करने से हार्ट डिजीज का जोखिम भी कम होता है।
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कंट्रोल में रहेगी बीपी
एक रिसर्च के मुताबिक, दिन में तीन बार दस मिनट की मॉडरेट या ब्रिस्क वॉक करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में आसानी होती है। वॉक करने से ब्लड वेसल्स की स्टिफनेस दूर होती है और खून का फ्लो आसानी से बेहतर हो सकता है। इससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। वॉक करने से शरीर में ब्लड फ्लो आसानी से होता है साथ ही धमनियों को कोई नुकसान नहीं होता है।
वजन घटाने में कारगर
वॉक करने से आपको कैलोरी बर्न करने में मदद मिलेगी। कैलोरी बर्न होने से आपको वजन कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी। हालांकि, वॉकिंग से वजन कितना कम होगा, यह कई बातों पर निर्भर करता है। आपके वॉक करने की स्पीड और दूरी से वजन कम होने का कनेक्शन है।
डायबिटीज कंट्रोल में मिलेगी मदद
खाने के बाद थोड़ी देर वॉक करने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। एक रिसर्च के अनुसार, दिन में 3 बार, ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद 15 से 30 मिनट तक वॉक करने से ब्लड शुगर के स्तर में काफी सुधार हुआ। हालांकि इस बारे में ज्यादा रिसर्च की जरूरत है। भोजन के बाद टहलने को अपना रूटीन बनाना बेहद लाभकारी है।
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घुटनों का दर्द में आराम
नियमित रूप से वॉक करने से घुटनों और अन्य जॉइंट्स पेन को कम करने में मदद मिलेगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि टहलने से जोड़ों को सहारा देने वाली मांसपेशियों को चिकनाई और मजबूत बनाने में मदद मिलती है। इससे अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को दर्द कम करने में मदद मिल सकती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।