बीपी के मरीज को अपनी हर दवा डॉक्टर से पूछकर लेनी चाहिए। क्योंकि हर दवा बीपी के मरीज के लिए सही नहीं होती। खास कर पेनकिलर या खांसी और बुखार की। बीपी की दवा लेते समय दे इस बात का ध्यान
बीपी की दवा जब भी ले आप उसे एक समय पर लें। अमूमन बीपी की दवा रात में ही लेनी चाहिए। अगर आप दोनों समय दवा लेते हैं तो ध्यान रहे दवा का समय एक हो।
बीपी की दवा के साथ कभी भी पेनकिलर या अन्य कोई दवा मिक्स कर नहीं खानी चाहिए। इससे दो नुकसान होते हैं। पहला बीपी की दवा का असर कम होता है और दूसरा इससे दवा के रिएक्शन के चांस बढ़ते हैं और इससे किडनी फेल हो सकती है।
बीपी की दवा के साथ अन्य दवा मिक्स करने के दूसरे बड़े नुकसान
दर्द निवारक दवाओं के साथ या किसी भी अन्य दवा के साथ बीपी की दवा लेने से अन्य परेशानियां भी होती है। इससे पेट के विकार, अल्सर या पेट खराब होने की समस्या भी हो सकती है। गणितीय बायोसाइंसेज के जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट बताती है कि बीपी की दवा के साथ किसी भी दवा को नहीं मिलाना चाहिए। सर्दी-जुकाम-बुखार और पेनकिलर सबसे ज्यादा किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं।
जो लोग दर्द निवारक दवाओं के साथ मूत्रवर्धक और रेनिन-एंजियोटेंसिन सिस्टम (आरएएस) अवरोधकों को मिलाते हैं, उनके लिवर और किडनी दोनों ही सबसे ज्यादा जोखिम में होते हैं।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।