सामान्य धड़कनें : हृदय की धड़कनें असामान्य हो रही हैं या घबराहट के साथ बेचैनी और कंपन महसूस कर रहे हैं तो राई को पीसकर अपने हाथों और पैरों पर मलें। इससे आराम मिलेगा।
त्वचा रोग : राई में मौजूद मायरोसीन, सिनिग्रिन जैसे तत्त्व त्वचा संबंधी रोगों के लिए फायदेमंद हैं। इसके लिए राई को रातभर पानी में भिगोकर सुबह इस पानी को त्वचा पर लगाने से लाभ होगा। इससे त्वचा पर निखार व सुंदरा आएगी।
बुखार : बुखार आने के साथ कई बार जीभ पर सफेद परत जम जाती है। ऐसे में 4-5 ग्राम राई के चूर्ण को शहद के साथ सुबह लेने से कफ के कारण होने वाला यह बुखार ठीक हो जाता है।