तरबूज के साथ खट्टी चीजें ना लें –
तरबूज को खाने से दो-तीन घंटे पहले ठंडें पानी से भरे बर्तन या फ्रिज में रखना चाहिए। इसे ठंडा करके खाने से ही फायदा होता है। इसके साथ शरबत या दूध जैसा कोई लिक्विड नहीं लेना चाहिए। इससे पाचन संबंधी समस्या होती है। अगर आपको वजन बढ़ाना है तो तरबूज को भोजन के आधे घंटे बाद खाएं। खट्टी चीजें जैसे दही या छाछ के साथ तरबूज ना लें इससे पेट दर्द या आंतों में मरोड़ हो सकती है। गर्म या गरिष्ठ चीज तरबूज के साथ नहीं लेनी चाहिए।
आम के साथ ना पीएं दूध –
आम पेट की सफाई करता है लेकिन ज्यादा खाने पर वजन बढ़ाता है। वजन बढ़ाने के लिए खाने के आधे घंटे बाद एक आम जरूर खाना चाहिए। खाली पेट सुबह या देर रात आम खाने से डाइजेशन सिस्टम खराब हो सकता है। आम खाने से पहले या बाद में गर्म दूध पीने से स्किन डिसऑर्डर हो सकते हैं। आयुर्वेद की चरक संहिता के अनुसार दूध और खट्टी चीजें नहीं लेनी चाहिए। अगर हम अर्से से मैंगो या पपीता शेक के साथ ऐसा कर रहे हैं तो संभवतया नुकसान नहीं करेगा।
पपीते के 3-4 पीस काफी –
ज्यादा पपीता ना खाएं इससे एसिडिटी और बदहजमी होती है। एक बार में 3-4 पीस ही पपीता खा सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार दूध के साथ पपीता भी नहीं खाना चाहिए।
खाली पेट न खाएं फालसे –
फालसा खाली पेट ना खाएं। इसे कच्चा खाना या शर्बत बनाकर पीना फायदेमंद है लेकिन ज्यादा खाने से भूख लगनी बंद हो सकती है।
डायबिटीज के मरीज लीची न खाएं –
डायबिटीज के मरीजों को लीची नहीं खानी चाहिए। इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। स्टोरेज की हुई या बारिश आने के बाद लीची ना खाएं क्योंकि इस मौसम में इनमें कीड़े पनपने लगते हैं।
एक्सपर्ट की राय –
खाने के साथ फल ना लें क्योंकि ऐसा करने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और पेट संबंधी रोग हो सकते हैं। कच्चे फल खाने से पेट में मरोड़, कब्ज या दस्त हो सकते हैं। बैक्टीरिया से बचने के लिए फल धोकर खाएं और आम व लीची जैसे फल सीधे मुंह में लगाकर खाने से बचें।