शहर में नगर परिषद की करीब 4 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटें हैं। इसमें कई स्ट्रीट लाइटें पुरानी हैं और कुछ नई लगी हैं। इसके अलावा प्रमुख चौराहों पर हाइ मास्ट लाइटें लगी हैं। इनमें से भी कई हाइमास्ट लाइटें खराब हैं। कई में आधी लाइट जल रही हैं तो आधी बंद पड़ी हैं। हाइमास्ट लाइटें बंद होने से रात्रि के समय इन चौराहों पर अंधेरा छा जाता है। वहीं, रात में निकलने वाले राहगीरों को वारदात की आशंका बनी रहती हैं।
बजट नहीं होने से नहीं हो पाया टेण्डर बता दें कि नगर परिषद की इन दिनों माली हालत बनी हुई है। आमदनी का जरिया नहीं होने से परिषद सरकार की मेहरबानी पर निर्भर है। स्ट्रीट लाइटों की खरीद और मरम्मत का टेण्डर निकाला जाता है लेकिन बजट नहीं होने से काफी समय से बिजली का टेण्डर नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि अब कुछ लाइटों की जयपुर से खरीद कर मंगवाई हैं जिससे दीपावली पर बाजार को रोशन किया जा सके। ये लाइटों नगर परिषद के बिजली कर्मचारी लगाएंगे। इससे पहले ठेके के कर्मचारी भी काम करते थे।
दुकानें बंद, बाजार में अंधेरा शहर के प्रमुख बाजारों में हालात ये हैं कि खुली दुकानें अगर बंद हो जाए तो अंधेरा छा जाता है। यानी दुकान खुली होने तक शहर में कुछ रोशनी दिखती है, दुकानदार के जाने के बाद केवल अंधेरे का सामाज्य रहता है। वहीं, चोरी की आशंका के चलते कुछ दुकानदार अपनी लाइटें जलाकर जाते हैं।
—— केस नम्बर: 1 शहर का लाल बाजार प्रमुख बाजार है, यहां अमूमन काफी चहल-पहल रहती हैं। लेकिन बाजार में एक-दो लाइटों को छोडकऱ ज्यादातर बंद पड़ी हैं। इससे शाम होते ही यहां पर अंधेरा पसर जाता है। लाइटें बंद होने से दुकानदारी पर भी असर पड़ रहा है। लोग देर शाम को बाजार में जाने से कतरा रहे हैं।
केस नम्बर: 2 पुरानी सब्जी मण्डी चौराहा शहर का पुराना बाजार है। यहां से संतर रोड और निहालगंज की तरफ रास्ता जाता है। इसी रास्ते से अमूमन ऑटो समेत अन्य वाहन केन्द्रीय बस स्टैण्ड से स्टेशन की तरफ जाते हैं। रोशनी व्यवस्था के लिए चौराहे पर हाइमास्ट लाइट लगी हुई है लेकिन यह कई दिनों से बंद होने से यहां पर गुप्प अंधेरा छाया रहता है।
– बजट की कमी की वजह से टेण्डर नहीं निकाला है। शहर की लाइटों को दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। अभी तक 30 फीसदी लाइटेंं सही हो चुकी है। दीवाली से पहले सभी लाइटों को सही कर दिया जाएगा।
– अशोक शर्मा, आयुक्त नगर परिषद धौलपुर