मुरैना-धौलपुर के बीच दौड़ रहे वाहन गुलाब बाग चौराहे से वैन धौलपुर से मध्यप्रदेश के पड़ोसी शहर मुरैना के बीच दौड़ लगाती है। ये वैन सुबह से ही दौडऩा शुरू कर देती हैं। इन डग्गेमार वाहनों ने यहां यातायात कार्यालय के पास अड्डा बना रखा है। एक वैन में सवारी फुल होने के बाद कुछ मिनट में ही दूसरी आकर खड़ी हो जाती है। विशेष बात ये है कि ये वाहन संचालक शोर मचाकर यातायात कार्यालय के सामने खड़े होकर सवारियां भरते हैं। लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों पर कोई फर्क नहीं है।
वैनों को कराया मॉडिफाइड वैन संचालकों ने वाहनों को नियम विरुद्ध मॉडिफाइड करा लिया है। इसमें पीछे की तरफ सीटों को हटा कर अपने हिसाब से नई सीट लगा दी हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा सवारी ले जाई जा सकें। वहीं, वैन सीएनजी गैस किट से संचालित हैं लेकिन ये किट अधिकृत एजेंसियां के जरिए न होकर लोकल स्तर पर लगवा दी हैं, जो सुरक्षा मानकों के अनुसार नहीं हैं।
ट्रेफिक पुलिस की भारी पड़ सकती है लापरवाही बता दें कि जिस स्थान से ये वैन दौड़ रही है, वो यातायात पुलिस के अस्थाई कार्यालय के बगल में है। लेकिन इसके बाद भी ट्रेफिक पुलिस प्रशासन इन्हें अनदेखा कर रहा है। यहां सर्विस रोड को ये वाहन घेर कर रखते हैं, जिससे साइड की तरफ मुडऩे वाले वाहनों के टकराने की आशंका रहती है। लेकिन यातायात पुलिस आंखे मूंद इन डग्गेमार वाहनों को बढ़ावा दे रही है।
अचानक जिला अस्पताल पहुंचे डीएम, गंदगी देख नाखुश जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने सोमवार को बाड़ी रोड स्थित जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। जिला कलक्टर ने बिना किसी सूचना के पहुंचने से यहां नर्सिंग स्टाफ में हडक़ंप मच गया। जिला कलेक्टर ने यहां वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था देखी। यहां पर अव्यवस्था मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। जिस पर उन्होंने पीएमओ डॉ.विजय सिंह को सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने अस्पताल के दवा काउंटर पर जाकर दवाइयों की जांच की। साथ ही उन्होंने दवा स्टाक के बारे में भी जानकारी ली। मेल मेडीकल सर्जिकल वार्ड, फीमेल मेडिकल सर्जिकल वार्ड, दवा वितरण केंद्र, प्रसूति वार्ड, सीसीटीवी कैमरे और अस्पताल परिसर का भी निरीक्षण किया। जिला कलक्टर ने चिकित्सक और अन्य कार्मिको के उपस्थिति रजिस्टर की जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीज व उनके परिजनों ने इलाज को लेकर जानकारी ली और अस्पताल में मिली रही सुविधाओं के बारे में भी फीडबैक लिया। जिला कलक्टर ने पीएमओ को व्यवस्थाओं में और सुधार करने और बेहतर चिकित्सा सुविधा बीमार व्यक्ति को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।