धौलपुर के कलेक्टर श्रीनिधि बीटी ने बताया कि जवान रामकिशोर ड्यूटी के दौरान यात्रा कर रहे थे, तभी उनका वाहन हादसे का शिकार हो गया। शहीद की पार्थिव देह आज दोपहर 2 से 3 बजे के बीच उनके गांव पहुंचने की संभावना है।
रामकिशोर ने 11 सितंबर को 20 दिन की छुट्टी बिताई थी और फिर ड्यूटी पर लौटे थे। वह साल 2019 में भारतीय आर्मी में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता, तीन बड़े भाई और दो बहनें हैं। रामकिशोर चार भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी शादी 7 दिसंबर 2023 को उत्तर प्रदेश के जरारी गांव निवासी दिव्या के साथ हुई थी।
रामकिशोर की शहादत के बाद गांव में मातम पसर गया है। ग्रामीण उनकी पार्थिव देह के आने की प्रतिक्षा कर रहे है। उसके बाद सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि दस दिन पहले जाने वाले रामकिशोर से अब कभी मुलाकात नहीं होगी। उनके निधन से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे गांव और समाज को गहरा आघात पहुंचा है। उनके साहस और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा।