जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना के वाहन खाई में गिरने के हादसे में फौजी रामकिशोर बघेल की जान चली गई। रामकिशोर वर्तमान में कुमायूं रेजिमेंट में तैनात थे। रामकिशोर के पिता महावीर, तीन बड़े भाई और पत्नी जो कि हलवाई का कार्य करते हैं। ये लोग अभी पानीपत में हैं।
खबर मिलते ही मां बेसुध
खबर मिलने पर सभी लोग पानीपत से राजाखेड़ा के लिए रवाना हो गए। घर पर जब सूचना पहुंची तो उस समय रामकिशोर की मां बर्फी देवी अकेली थी। खबर मिलने पर वह बहदवास हो गई। जिस पर ग्रामीण महिलाओं ने उन्हें संभाला।
10 सितंबर को ही ड्यूटी पर गया था
रामकिशोर गत 10 सितंबर को ही छुट्टी से लौटकर ड्यूटी पर पहुंचा था। मां बर्फी ने बताया कि जाते समय कहकर गया था कि अबकी छुट्टी आया तो सारे काम छोड़कर छोटी बहन की शादी की व्यवस्था देखूंगा। 10 महीने पहले हुई थी शादी
रामकिशोर का विवाह लगभग 10 माह पूर्व ही उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती कस्बे फतेहाबाद के जरारी गांव की पूजा से हुई थी। ऐसे में दोनों ही परिवारों में मातम पसर गया है। रामकिशोर 2019 में सेना में भर्ती हुआ था। रामकिशोर 4 भाइयों में सबसे छोटा है।