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स्कूलों में बच्चों को दूध देने की योजना भाजपा शासन से चल रही है। पहले इसका नाम मुख्यमंत्री नि:शुल्क दूध योजना थी। बच्चों को ताजा दूध गर्म कर पिलाया जाता है। कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में पुरानी योजना को बंद कर नई मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना शुरू की। इसमें बच्चों को दूध की जगह उसके पाउडर के पैकेट दे दिए। जो स्कूलों में बच्चों को पिलाया जा रहा है।
चुनाव में ढकने पड़े थे कर्टन
शिक्षो सत्र 2023-24 को देखते हुए स्कूलों में एडवांस में दूध पाउडर के कर्टन भेज दिए गए थे। इस समय सभी स्कूलों में पाउडर के ये कर्टन स्टॉक में रखे हैं। पाउडर के सभी पैकेट पर निर्वतमान मुख्यमंत्री गहलोत के फोटो छपे हुए हैं। चुनाव के दौरान निर्वाचन विभाग ने सभी कर्टन स्कूलों में कपड़े से ढकवा दिए था। जिससे सीएम के फोटो नजर नहीं आए।
एक लाख 53 हजार विद्यार्थी पी रहे दूध
जिले में 1 लाख 53 हजार छात्र-छात्राओं को दूध दिया जा रहा है। जिले में स्कूलों के लिए 1 नवंबर को 1 लाख 4 हजार 35 किलो दूध पाउडर का स्टॉक आया था। विद्यालय में बच्चों को दूध पिलाया जा रहा है। अब 89 हजार 35 किलो दूध पाउडर का अभी स्टॉक में बचा हुआ है। जो 20 जनवरी तक चलेगा। वहीं नवबंर महीने में केवल 12 दिन विद्यालय खुले थे। अन्य दिन अवकाश रहा था। इसलिए दूध का स्टॉक पर्याप्त बना हुआ है।
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बच्चों को दूध पिलाया जा रहा है। पैकेट पर निर्वतमान मुख्यमंत्री का फोटो लगा है। आचार संहिता के बाद निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद फोटो को ढक दिया गया था। अभी जनवरी तक स्टॉक बना हुआ है।-महेश कुमार मंगल, जिला शिक्षा अधिकारी धौलपुर