जिले में सरकारी स्कूलों मे पढऩे वाली 9वीं और 10वीं कक्षा की 60 छात्राओं को स्कूल आने-जाने के लिए प्रतिदिन उपस्थिति के आधार पर 20 रुपए ट्रांसपोर्ट वाउचर सुविधा का लाभ मिलेंगा। घर से स्कूल की दूरी पांच किलोमीटर या इससे अधिक है तो छात्राओं को पैदल जाने की जरूरत नहीं है। उनको स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से ट्रांसपोर्ट वाउचर दिए जाएंगे, जिसके तहत 10 से 20 रुपए रोजाना मिलेंगे। विद्यार्थियों को यह राशि स्कूल में उपस्थित रहने के दिन के हिसाब से दी जाएगी। जिन बालिकाओं को साइकिल योजना का लाभ प्राप्त हुआ है, उन्हें वाउचर योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। कक्षा एक से आठ तक की बालिकाओं को साल के 3 हजार व कक्षा नवमीं से दसवीं तक की बालिकाओं को 5400 रुपए अधिकतम राशि दी जाएगी।
गांवों की छात्राओं को मिलेगा लाभ ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पढऩे वाली उन्हीं बालिकाओं को मिलेगा, जिनके स्कूल की दूरी घर से 5 किलोमीटर से अधिक है। शिविरा पंचांग के कार्य दिवसों की गणना के आधार पर ट्रांसपोर्ट वाउचर की राशि स्वीकृत की जाएगी। संस्था प्रधानों को पात्र छात्राओं की वास्तविक उपस्थिति की गणना करनी होगी। इस योजना का लाभ मॉडल स्कूलों में पढऩे वाली बालिकाओं को भी मिलेगा। कक्षा 11वीं एवं 12वीं की बालिकाओं के लिए ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना का प्रावधान स्वीकृत नहीं किया है।
पहली से 8वीं के विद्यार्थी भी पात्र सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं दोनों को ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना से लाभान्वित किया जाएगा। विद्यालय की घर से दूरी के आधार पर राशि तय की गई है। पहली से पांचवी में एक किलोमीटर, छह से 8वीं में दो किलोमीटर की दूरी होने पर पात्र विद्यार्थियों को प्रतिदिन 10 से 15 रुपए वाउचर दिया जाएगा। पूरे सत्र में इन कक्षाओं के पात्र विद्यार्थियों को अधिकतम 3 हजार स्वीकृत होंगे।
इन विद्यार्थियों को राशि कक्षा एक से पांच तक के बालक-बालिकाएं जिनका घर स्कूल से एक किमी से अधिक दूरी पर है उन्हें 10 रुपए और कक्षा 6 से आठ तक के बालक-बालिका जिनका घर स्कूल से दो किमी से अधिक दूरी पर है उनको 15 रुपए तथा कक्षा नवमीं व दसवीं की वह बालिकाएं जिनका घर स्कूल से पांच किमी की दूरी पर 20 रुपए दिए जाएंगे।
जिले में इतना है इस बार लक्ष्य जिले में कक्षा एक से 8 तक में 3075 विद्यार्थी, कक्षा 9 से 10 तक 60 बालिकाएं को इस योजना में लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य है।
सरकारी स्कूल में पढऩे आने वाले विद्यार्थी जिनके घर के आसपास स्कूल नहीं है उनको सरकार की ओर से ट्रांसपोर्ट वाउचर की सुविधा दी जा रही है। – बबिता पराशर, सहायक जिला परियोजना समन्वयक, धौलपुर