आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धौलपुर एसडीएम अनूप कुमार, सैंपऊ एसडीएम रेखा मीना व डीएफओ किशोर गुप्ता थे। कार्यक्रम में बरगद मैन यादव का माला पहना का अभिनंदन किया गया है। मुख्य अतिथि एसडीएम कुमार ने कहा कि पर्यावरण को लेकर अब सजग होने का समय आ गया है। धरती का शृंगार हरियाली को जीवित रखना है तो सभी एक-एक पौधा आसपास अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे रहेंगे तभी जीवन रहेगा, नहीं तो कुछ भी नहीं। कार्यक्रम में सैंपऊ एसडीएम व डीएफओ ने भी पर्यावरण की महत्वता पर प्रकाश डाला।
मिट्टी डाली और फिर से हाथों से दी थपथपी लवकुश वाटिका में सुबह से उत्साह का माहौल दिखा। यहां वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी पौधरोपण में मदद करने में लगे हुए थे। बरगद मैन बीच-बीच में यहां से वहां दौड़ कर इतंजामों को देख रहे थे। वहीं, स्कूली बालिकाएं पहुंची और सभी ने एक-एक पौधा लगाने की जिम्मेदार ली और फिर पौधे को गड्ढे रखा और मिट्टी डाली। थोड़ी देर में पानी टैंकर पहुंच गया और प्रत्येक पौधे में थोड़ा-थोड़ा पानी डाला गया। पौधे लगाने के बाद बच्चे खुशी से झूम उठे। अतिथियों ने बच्चों को पौधरोपण के साथ संरक्षण करने का संकल्प दिलाया।
एक माह से जुटे थे तैयारी में शिक्षक यादव लवकुश वाटिका में पौधरोपण के लिए करीब एक माह से लगातार कार्य कर रहे हैं। वह तडक़े ही यहां पहुंच जाते थे और पौधरोपण को लेकर तैयारी करते थे। उन्होंने वन विभाग के सहयोग से वाटिका में स्थान चिह्नित किए और फिर श्रमिकों के साथ गड्ढे खुदवाए। पथरीली जीवन होने से दिक्कत आईं। लेकिन वह पसीने से तरबतर होने के बाद भी जुटे रहे। पौधरोपण के लिए यादव ने स्वयं के खर्च पर आंध्रप्रदेश से 100 बरगद के पौधे मंगवाए और फिर वाटिका में मिट्टी डलवाई। पौधों को बचाने के लिए कुछ ट्री-गार्ड भी तैयार कराए। यादव ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए वाटिका में बेटियां व अतिथियों के जरिए पौधे रोपित हुए। वह जिले भर में 10 बरगद कोरिडोर बना रहे हैं। जिले में पहला बरगद कोरिडोर लवकुश वाटिका को चुना गया। पत्रिका के अभियान हरियालो राजस्थान के तहत कुछ दिन में मचकुण्ड रोड स्थित आरईसीएल परिसर में भी पौधे रोपे जाएंगे।