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धौलपुर

खुश करने को कर दी घोषणाएं, विद्यालय में प्रिंसीपल दूर शिक्षक तक नहीं

विगत सरकार में आमजन को खुश रखने के उद्देश्य से की ढेरों घोषणाओं के तहत कई उच्च माध्यमिक विद्यालयों के रूप में क्रमोन्नत किए स्कूल अब सरकार के गले की फांस बन रहे हैं।

धौलपुरAug 10, 2024 / 09:23 pm

rohit sharma

धौलपुर. सीबीईओ कार्यालय राजाखेड़ा।

धौलपुर. विगत सरकार में आमजन को खुश रखने के उद्देश्य से की ढेरों घोषणाओं के तहत कई उच्च माध्यमिक विद्यालयों के रूप में क्रमोन्नत किए स्कूल अब सरकार के गले की फांस बन रहे हैं। अधिकांश विद्यालय तो बिना प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य के ही संचालित हैं। यहां राजाखेड़ा उपखण्ड में प्राध्यापकों के भी लगभग 60 फीसदी पद रिक्त पड़े हैं। जिसिसे अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में इन विद्यालयों से विद्यार्थी और अभिवावकों का मोह भंग हो रहा है। नामांकन में लगातार गिरावट हो रही है। रही सही कसर क्षेत्र में शिक्षा अधिकारियों के नहीं आने से प्रशासनिक से लेकर शैक्षणिक व्यवस्थाएं चरमरा चुकी हैं।
राजाखेड़ा ब्लॉक की ये है स्थिति

राजाखेड़ा ब्लॉक में कुल 53 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। जिनमें वर्तमान में 6539 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। 53 विद्यालयों में से 25 तो मुखिया प्रधानाचार्य रहित ही संचालित हो रहे हैं। जबकि प्रधानाचार्य के पास पंचायत शिक्षा अधिकारी का पद भी निहित होता है और सम्पूर्ण ग्राम पंचायत के विद्यालय का संचालन भी उसी के अधीन होता है। साथ ही 53 में से 52 विद्यालयों में वाइस प्रिंसीपल के भी पद रिक्त हैं। इसके अलावा भी प्राध्यापकों के भी लगभग 60 फीसदी पद रिक्त होने से कोड में खाज के हालात पैदा कर रहे हैं।
पीईईओ पदभार पर भी सवालिया निशान

प्रधानाचार्य को ही पंचायत शिक्षा अधिकारी का पद देकर ग्राम पंचायत के विद्यालयों का भी प्रशासनिक अधिकारी बनाया गया है। ऐसे में जब प्रधानाचार्य पद ही रिक्त है तो ग्राम पंचायत के अन्य प्राथमिक, उच्च प्राथमिकए माध्यमिक विद्यालय भी एक गुणवत्तापूर्ण प्रशासन से वंचित हो रहे हैं। दबे स्वरों में तो पीईईओ इस पदभार को पीईईओ विद्यालय के लिए एक आपदा ही मानते है क्योंकि प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्यो के पद रिक्त पड़े हंै। शिक्षकों की भारी कमी है। अधीनस्थ विद्यालयों में भी पद रिक्त रहने पर वहां अध्यापक भेजने की जिम्मेवारी भी इन्हीं पर होती है।
इस विद्यालय की धनी विद्यालय में गिनती

उपखंड में सिर्फ एकमात्र विद्यालय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गढी चिन्तामणि ही है। जिसे यहां के शिक्षक सबसे धनी विद्यालय कहते हैं। जिसमें प्रधानाचार्य व उप प्रधानाचार्य के पदों पर तैनाती है। बाकी ब्लॉक में कोई भी विद्यालय ऐसा भाग्यशाली नहीं है। हालांकि यहां भी 300 की छात्र संख्या के मुकाबले शिक्षकों की संख्या मात्र 6 ही है। जिनमें से 4 को प्रतिनियुक्ति पर अन्य विद्यालयों में भेजने से नाराज विद्यार्थी ओर ग्रामीण आंदोलन करने की चेतावनी दे चुके हैं।
कार्यभार संभालने से बच रहे अधिकारी

ब्लॉक के मुखिया ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी व दोनों अतिरिक्त ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारियों के पद सालों से रिक्त पड़े हैं। यहां 2022 में वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी महेश मंगल को नियुक्ति दी गई थी लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। पिछले माह वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी सुक्खो देवी को नियुक्ति दी लेकिन उन्होंने भी अपने प्रयासों से आदेशो को निरस्त करवा लिया। जिससे यह पद एक बार फिर रिक्त ही रह गया।
सभी डाटा सरकार और उच्चाधिकारियों के पास ऑनलाइन उपलब्ध है। हम इस मामले में निर्णायक नहीं है। वरन जो संसाधन उपलब्ध हैं, उन्हीं को बेहतर तरीके से उपयोग करने के प्रयास कर रहे है।
  • ममता गुप्ता, कार्यवाहक ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी, राजाखेड़ा

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