सेंचुरी कार्यालय पर आपत्ति स्थिति में मिला कार्मिक रेस्क्यू टीम यहां सेंचुरी कार्यालय पर मगरमच्छ को छोडऩे पहुंची तो आरोप है कि टीम के साथ गलत व्यवहार किया गया। वहीं, कार्यालय में एक कार्मिक आपत्तिजनक स्थिति में मिला। उक्त कार्मिक को लेकर सेंचुरी अधिकारी ने जांच करवाने की बात कही।
जबड़े पहुंची चोट, पूंछ काटनी पड़ी बहु उद्देशीयपशु चिकित्सालय के उपनिदेशक डॉ राम अवतार सिंघल ने बताया कि वन कर्मी सुबह घायल मगरमच्छ को पशु चिकित्सालय लेकर आए थे। मगरमच्छ के जबड़े के ऊपर के हिस्से में गंभीर चोट थी तथा पूंछ क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिस पर पूंछ को हटाकर टांके लगाए गए हैं। उपनिदेशक ने बताया कि यह मगरमच्छ अगले 5 से 7 दिन तक चिकित्सकीय देखरेख में रहेगा।
– घायल मगरमच्छ को इलाज कराने के बाद उसे घडिय़ाल सेंचुरी कार्यालय छोडऩे गए थे, जिस पर उसे लेने से मना कर दिया। यहां रेंजर भी मौजूद थे, उन्होंने उनका क्षेत्राधिकार होने से इनकार कर दिया। जबकि मगरमच्छ जहां मिला वहां से चंबल मात्र 600 मीटर की दूरी पर है।
– राधाकृष्ण शर्मा, रेस्क्यू टीम प्रभारी – मगरमच्छ हमारे इलाके से रेस्क्यू नहीं किया गया। सेंचुरी का दायर चंबल से एक किलोमीटर लगता है। सुबह सूचना मिली थी, जिस पर सहयोग के लिए कहा था। टीम मगरमच्छ को कार्यालय पर छोड़ रही थी, जिस पर मना कर दिया। हालांकि, अभी वार्ता चल रही है।
– दीपक मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी, चंबल घडिय़ाल सेंचुरी