चुनाव प्रक्रिया से निपटारे की गति पड़ी सुस्त
सीएम हेल्पलाइन पर होने वाली शिकायतें बढऩे का कारण लोकसभा चुनाव को लेकर लागू की आचार संहिता को बताया जा रहा था। जिसमें अधिकारी व कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में होने के कारण समस्याओं पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे। लेकिन अब आचार संहिता समाप्त के बाद करीब एक महीने का समय होने के बाद भी शिकायतों का निपटारा गति नहीं पकड़ पाया है।
सात शिकायतें लेबल-4 पर सीएम हेल्पलाइन में लेबल-1 पर 1868 शिकायतें है। वहीं 7 शिकायतें लेबल-4 पर चली गई है। इनमें या तो विभाग से जुड़े हुए अधिकारियों की आरे से कोई जवाब नहीं दिया या फिर समस्या का समाधान किया उसके बाद शिकायतकर्ता को संतुष्ट नहीं कर पाए। जिस कारण यह शिकायतें लगातार चल रही हैं। लेकिन आवेदक को उसके हिसाब से न्याय नहीं मिला
विभागवार हेल्पलाइन की लंबित स्थिति विभाग लंबित शिकायतें नगर परिषद 426 बिजली विभाग 266 रसद विभाग 248 पंचायती राज 141 स्वास्थ्य विभाग 136 पीएचडी 68 ुपुलिस विभाग 50
सामाजिक न्याय, अधिकारिता 69 (अन्य विभागों में भी 70 से ज्यादा शिकायतें लंबित पड़ी है।) —– किस स्तर पर कितनी लम्बित शिकायतें लेबल- 1 में 1868 लेबल- 2 में 397
लेबल- 3 में 86 लेबल- 4 में 7 सप्ताह के हर सोमवार को विभागवार शिकायतों की स्थिति जानने के लिए समीक्षा बैठक होती है। जिसमें सभी विभागीय अधिकारियों को जल्द शिकायत निस्तारण के लिए निर्देश दिए जाते हंै। आमजन की शिकायतों की जल्द ही सुनवाई की जाएगी।
– ब्रह्मलाल जाट, एडीएम धौलपुर