पूजा सामग्री
- गणेश जी की एक प्रतिमा या कोई चित्र
- लाल और पीले रंग के वस्त्र
- चावल (अक्षत)
- गुलाब या गुड़हल के फूल
- दूर्वा घास
- दीपक और घी
- नारियल, मोदक लड्डू
- पान और सुपारी
- धूप और अगरबत्ती पूजा विधि
स्नान और शुद्धि: सबसे पहले स्वयं स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को साफ करें और वहां गंगाजल का छिड़काव करें।
प्रतिमा स्थापना: भगवान गणेश की प्रतिमा को लाल या पीले रंग के कपड़े पर स्थापित करें। दीप प्रज्वलन: भगवान गणेश के सामने घी का दीपक जलाएं और धूप-अगरबत्ती प्रज्वलित करें। अभिषेक: गणेश जी की प्रतिमा पर गंगाजल, दूध, और शहद से अभिषेक करें। इसके बाद चंदन और अक्षत अर्पित करें।
पुष्प और दूर्वा अर्पित करें: लाल फूल और दूर्वा घास चढ़ाएं। दूर्वा गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। भोग: गणेश जी को लड्डू या मोदक अर्पित करें। नारियल का भोग भी लगाएं। आरती: गणेश जी की आरती करें और उनके चरणों में पान-सुपारी अर्पित करें।
प्रार्थना: पूरे वर्ष सुख-शांति और सफलता के लिए प्रार्थना करें।
आर्थिक संकट को दूर करने के लिए इस मंत्र का जप करें
ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
पूजा के लाभ
बाधाओं का निवारण: गणेश जी की पूजा से जीवन में आने वाली सभी बाधाओं का नाश होता है। सफलता और समृद्धि: व्यापार, नौकरी, और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। सकारात्मक ऊर्जा: घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- पूजा के समय मन को शांत और एकाग्र रखें।
- लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
- गणेश जी की पूजा में दूर्वा और मोदक का विशेष महत्व है, इन्हें अवश्य अर्पित करें।
डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।