भगवान श्रीकृष्ण ( Lord Krishna ) के जन्म को लेकर ब्रजवासी प्रतीक्षारत हैं। कृष्ण भक्त कह रहे हैं कि जल्दी से रात के 12 बजे कि हम अपने कान्हा का दर्शन कर सकें। इस वक्त वृंदावन में उल्लास का वातावरण है। लोग कान्हा के दर्शन के लिए अभी से ही कृष्ण मंदिरों के बाहर पहुंच गए हैं। दरअसल, वृंदावन में आज कृष्ण जन्मोत्सव ( krishna janmashtami ) मनाया जाएगा जबकि कान्हा के जन्मस्थली मथुरा में 24 अगस्त को मनाया जाएगा।
आइये जानते हैं कि वृंदावन में बाल गोपाल का स्वागत के लिए किस तरह की तैयारी है… श्रीकृष्ण जन्मभूमि श्री कृष्ण जन्मभूमि में रात 11.00 बजे से नवग्रह पूजन होगा। 11.35 बजे तक सहस्त्र अर्चन ( कमल पुष्प व तुलसी दल से ) होगा। 11.59 बजे प्राकट्य दर्शन हेतु पट बंद होंगे। रात्रि 12.00 बजे प्राकट्य दर्शन होंगे। 12.10 बजे प्राकट्य आरती होगी। 12.15 बजे से 12.30 बजे तक जन्म महाभिषेक होगा। रात 12.40 से 12.50 बजे तक श्रृंगार आरती और रात्रि 1.28 से 1.30 बजे तक शयन आरती होगी।
बांके बिहारी मंदिर वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में रात्रि 11.30 बजे मंदिर के चबूतरे पर श्रीकृष्ण जन्म की कथा होगी। मध्य रात्रि 12 बजे बिहारीजी का अभिषेक होगा, लेकिन भक्तजन दर्शन नहीं कर सकेंगे। रात्रि 1.55 बजे मंगला आरती होगी। इसके बाद दो बजे से सुबह 5.30 बजे तक प्रभु दर्शन देंगे।
द्वारिकाधीश मंदिर पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के द्वारिकाधीश मंदिर में सुबह 6.30 बजे भव्य पंचामृत अभिषेक होगा। सुबह 6.30 बजे मंदिर के मुखिया ज्वारा ठाकुर जी का भव्य पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसके पश्चात सुबह 8.30 बजे भव्य श्रृंगार के दर्शन होंगे। इसके बाद मंदिर बंद हो जाएगा। शाम 7.00 बजे से उत्थापन, भोग, संध्या, आरती के दर्शन होंगे। रात्रि 11.45 बजे जन्म के दर्शन होंगे। यह दर्शन 12.00 बजे तक होंगे।
इस्कॉन मंदिर वृंदावन स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में दिन में ठाकुर श्रीकृष्ण बलराम को विशेष प्रकार का भोग लगाया जाएगा। रात्रि को 10 बजे से 12 बजे तक ठाकुरजी के जन्म का महाभिषेक कराया जाएगा।