1 फरवरी 2023 (बुधवार)
इस दिन जया एकादशी मनाई जाएगी। आपको बता दें कि सालभर में कुल 24 एकादशी आती हैं और इस दिन भगवान विष्णु का व्रत और पूजन किया जाता है। सनातन धर्म में एकादशी का व्रत जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु को समर्पित माना गया है। हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली यह एकादशी जया एकादशी कहलाती है। इस वर्ष जया एकादशी का व्रत 01 फरवरी 2023, बुधवार को किया जाएगा। माना जाता है कि जया एकादशी का व्रत करने से मनुष्य ब्रह्महत्या के पाप से मुक्त हो जाता है।
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2 फरवरी 2023 (गुरुवार)
इस दिन प्रदोष व्रत (शुक्ल) रहेगा। प्रदोष व्रत को त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा और उनका आशीर्वाद पाने का दिन है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस व्रत को प्रति माह शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर करने किया जाता है। फरवरी के महीने में प्रदोष व्रत को 2 फरवरी 2023, गुरुवार के दिन किया जाएगा। इस दिन व्रत करने से दीर्घायु प्राप्त होती है।
5 फरवरी 2023 (रविवार)
इस दिन माघ पूर्णिमा व्रत रहेगा। हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बताया गया है। माघ माह में आने के कारण इस पूर्णिमा को माघ पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन दान, स्नान और मंत्र जाप करना शुभ फलदायी माना जाता है। यहां आपको बता दें कि प्रयागराज में आयोजित होने वाले त्रिवेणी स्नान पौष मास की पूर्णिमा से शुरू होकर माघ पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है। माना जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी होती हैं। लेकिन अगर आप गंगा में स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो नहाने के पानी में गंगा जल की कुछ बूंदें डालकर नहाएं।
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यह दिन संकष्टी चतुर्थी के नाम रहेगा। हर महीने आने वाली संकष्टी चतुर्थी का व्रत हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय व्रतों में से एक माना गया है। यह प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी को समर्पित होता है। इस दिन व्रत करने से गणेश जी अपने भक्तों के जीवन में आने वाली सभी परेशानियां को दूर करते हैं। संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से गणेश जी का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन इनकी पूजा-अर्चना विशेष फलदायी होती है।
13 फरवरी 2023 (सोमवार)
यह दिन कुंभ संक्रांति का दिन रहेगा। वैसे तो सालभर में कुल 12 संक्रांति आती हैं। यानी जब-जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो इसे संक्रांति कहते हैं। लेकिन जब सूर्य कुंंभ राशि में प्रवेश करते हैं, तो इसे कुंभ संक्रांति कहा जाता है।
16 फरवरी 2023 (गुरुवार)
इस दिन विजया एकादशी पड़ रही है। सालभर में आने वाली 24 एकादशियों में से विजया एकादशी को महत्वपूर्ण माना गया है। विजया एकादशी का व्रत करने वाले लोगों को जीवन के सभी कार्यों में सफलता मिलती है। पद्म पुराण में विजया एकादशी के संबंध में कहा गया है कि जो इस एकादशी का व्रत करते हैं उनके पूर्वज और पितरों को स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
18 फरवरी 2023 (शनिवार)
यह दिन भोलेनाथ को समर्पित रहेगा। इस दिन महाशिवरात्रि पड़ रही है। सनातन धर्म के सबसे प्रमुख एवं पवित्र पर्वों में महाशिवरात्रि का भी अपना महत्व और स्थान है। इसे समूचे देश में बहुत ही उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व को उत्तर और दक्षिण भारत में अलग-अलग तिथियों में मनाया जाता है।
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20 फरवरी 2023 (सोमवार)
इस दिन फाल्गुन अमावस्या रहेगी। जो लोग अपने जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सौभाग्य पाना चाहते हैं, उनके लिए फाल्गुन अमावस्या का व्रत फलदायी साबित होता है। यह अमावस्या हर वर्ष फाल्गुन मास के कृृष्ण पक्ष में पड़ती है। इसीलिए इसे फाल्गुन अमावस्या कहा जाता है। यह दिन पितरो की शांति के लिए भी श्रेष्ठ माना जाता है।
27 फरवरी 2023 (सोमवार)
इस दिन होलाष्टक की तिथि है। होलिका दहन से पहले के आठ दिनों को होलाष्टक कहा जाता है और इन 8 दिनों की अवधि को अत्यंत ही अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है।
फरवरी में आने वाली अन्य महत्वपूर्ण तिथियाँ
– 14 फरवरी-मंगलवार- वैलेंटाइन डे
– 15 फरवर-बुधवार-दयानन्द सरस्वती जयंती