साथ ही मान्यता है कि आचरण सही रखकर शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा सोमवार को शिवजी की पूजा अर्चना के बाद दूध का दान करने से चंद्रमा मजबूत होता है। साथ ही सोमवार को जल में थोड़ा सा दूध डालकर स्नान करने मानसिक तनाव दूर होता है और चिंता कम होती है।
शिवलिंग पर दूध कैसे चढ़ाएं
भगवान शिव की पूजा में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। विशेष रूप से भगवान शिव को दूध अर्पित करते समय खयाल रखना चाहिए कि वो व्यर्थ न हो और बेहतर है दूध को पात्र समेत ही अर्पित कर दें ताकि कोई और इसका प्रयोग कर सके। साथ ही दूध चढ़ाते समय इसका ध्यान रखना चाहिए …- शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के लिए चांदी के बर्तन का प्रयोग करना चाहिए और चांदी का लोटा वगैरह न मिलें तो मिट्टी के कलश से महादेवक जल चढ़ाना चाहिए। वहीं जलाभिषेक के लिए सोने, चांदी, पीतल या तांबे के लोटे का उपयोग करना चाहिए। हालांकि स्टील, एल्युमिनियम या लोहे के लोटे के उपयोग से दूर रहना बचना चाहिए। क्योंकि ये धातुएं पूजा पाठ में शुभ नहीं मानी जातीं।
- इसके बाद दूध या जल को लोटे में भरें और पतली धारा शिवलिंग पर अर्पित करते रहें। इस समय ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहना चाहिए। इस समय नीचे लिखे इन विशेष मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं।
दूध चढ़ाने के लिए विशेष शिव मंत्र
नमः शंभवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिर्ब्रम्हणोधपतिर्ब्रम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
तत्पुरषाय विद्म्हे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात।।
सोमवार को शिव पूजा की सरल विधि
- सबसे पहले गणेश पूजा करें।
- गणेश पूजा के बाद शिवलिंग पर तांबे, चांदी या सोने के लोटे से जल चढ़ाएं या चांदी के लोटे या मिट्टी के कलश से दूध चढ़ाएं।
- जल या दूध चढ़ाते समय शिव जी के मंत्रों का जप करें। इस दिन पंचामृत यानी दूध, दही घी शक्कर शहद की व्यवस्था हो सके तो शिवलिंग पर जरूर चढ़ाना चाहिए।
- अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर बिल्व पत्र, धतूरा, आंकड़े के फूल आदि अर्पित करें, मिठाई का भोग लगाएं।
- धूप-दीप जलाकर आरती करें। भगवान के मंत्रों जैसे शिव मंत्र ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।