1- चमेली का तेल- हर मंगलवार या शनिवार को चमेली के तेल शनि देव का अभिषेक करके विधिवत पूजन करने से शनि देव की कृपा से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होने लगती है।
2- सरसों का तेल- सरसों के तेल से शनिदेव का अभिषेक करने के बाद, एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखकर उसे शनिवार के दिन शाम को शनिदेव के मंदिर में रख आएं। इस उपाय से आपके ऊपर शनिदेव की कृपा बनी रहेगी।
3- तिल का तेल- इस तेल से शनिदेव का अभिषेक करने के बाद- इसी तेल का एक दीपक 41 दिन लगातार पीपल के नीचे जलाने से गंभीर रोगों के रोगी स्वस्थ हो जाते हैं। ऐसा करने से अनेक कामनाएं भी पूर्ण होने लगती है।
4- शारीरिक कष्ट दूर करने के लिए- शनिवार को सवा किलो आलू व बैंगन की सब्जी एवं उतनी ही पूरियां सरसों के तेल में बनाकर अंधे, लंगड़े व गरीब लोगों को यह भोजन खिलाने से अनेक शारीरिक कष्ट दूर होंगे।
5- सरसों का तेल- सरसों के तेल में सिंके गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूए, सात मदार (आक) के फूल, सिन्दूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का दीपक, पत्तल या अरंडी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात में किसी चौराहे पर रखकर कहें- ‘हे मेरे दुर्भाग्य, तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूं, कृपा करके मेरा पीछा ना करना।’ सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें।
6- नौकरी, व्यापार में लाभ के लिए- अगर आपके व्यापार या नौकरी में मंदी का दौर चल रहा है तो आप किसी साफ शीशी में सरसों का तेल भरकर उस शीशी को किसी तालाब या बहती नदी के जल में डाल दें। शीघ्र ही मंदी का असर जाता रहेगा। व्यापार या नौकरी में उन्नति होती रहेगी।
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