इस समय शिवजी की पूजा और व्रत से शनि देव प्रसन्न होकर शनि की महादशा में राहत देते हैं। साथ ही चंद्रमा भी मजबूत होते हैं। इससे भक्त का भाग्य साथ देता है और उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। विशेष बात है, जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय व्याप्त होती है उसी दिन प्रदोष का व्रत किया जाता है।
कल है शनि प्रदोष
सावन शुक्ल पक्ष त्रयोदशी प्रारंभः 17 अगस्त सुबह 8.05 बजेसावन शुक्ल पक्ष त्रयोदशी समापनः 18 अगस्त सुबह 5.51 बजे
शनि प्रदोष व्रतः 17 अगस्त 2024
शनि प्रदोष व्रत पूजा का समयः 17 अगस्त शाम 06.51 से रात 9.04 बजे
अवधि – 02 घण्टे 13 मिनट्स
सावन शनि प्रदोष शुभ योग
प्रीतिः 17 अगस्त 10:48 बजे तकआयुष्मान योगः पूरे दिन
महादेव की कृपा पाने के लिए जपें ये मंत्र
- ॐ नमः शिवाय
पंचाक्षरीय मंत्रः इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप किया जाए तो ये व्यक्ति के शरीर और दिमाग को शांत करता है और महादेव भी उसपर अपनी कृपा बनाए रखते हैं। - ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
महामृत्युंजय मंत्रः इस महामृत्युंज मंत्र के जाप से व्यक्ति को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। वह व्यक्ति दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद पाता है।
3. ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः
रुद्र मंत्रः इस मंत्र को रुद्र मंत्र कहा जाता है। मान्यता है कि ये मंत्र शिव जी तक शीघ्र पहुंचता है और सभी मनोकामनाएं पूरी करता है।
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्!
शिव गायत्री मंत्रः ये शिव गायत्री मंत्र है, जिसे सर्वशक्तिशाली माना जाता है। इस मंत्र से व्यक्ति को सुख और शांति की प्राप्ति होती है।