कहा जाता है कि किसी जातक की कुंडली में राहु ग्रह अशुभ प्रभाव डालता है तो जातक को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में अशुभ कहा जाने वाले राहु ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए कई उपाय बताए गए है। अगर इन उपायों को सही तरीके से किया जाय तो राहु का अशुभ दोष समाप्त हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुज वत केतु, शनिवत राहु। यानी मंगल की तरह केतु और शनि की तरह राहु प्रभाव देता है। राहु और केतु को अलग-अलग नहीं माना जाता। ये दोनों एक दूसरे से 180 अंश की दूरी पर या कुंडली में आमने-सामने ही होते हैं।
अगर किसी जातक की कुंडली में शुभ स्थान पर राहु हो, तो वह जातक को जीवन में यश, मान, प्रतिष्ठा, धन दौलत सब कुछ देता है और अगर यह कुंडली में अशुभ हो जाए तो जातक को हजार प्रयास के बाद भी असफलता और परेशानियां ही मिलती है। राहु के अशुभ होने पर जीवन में तमाम तरह की परेशानियां, कष्ट आती है और जीवन कष्टमय हो जाता है।
राहु के अशुभ प्रभाव को कम करने के अचुक उपाय-
1- नहाने के जल पानी में शुद्ध चंदन का इत्र डालकर स्नान करने से राहु शुभ असर देने लगता है।
2- प्रत्येक सोमवार को किसी प्राचीन शिवलिंग पर गंगाजल मिला जल चढ़ाने से कुंडली का राहु दोष कम होने लगता है।
3- हर शनिवार पीपल के पेड़ पर और शनि देव को जल चढ़ाने से भी राहु का अशुभ प्रभाव कम होता है।
4- प्रतिदिन राहुकाल के समय “ऊँ रां राहुवे नम:” मंत्र का 108 बार स्फटिक की माला से जप करने पर शीघ्र ही राहु का अशुभ दोष खत्म हो जाता है।
5- राहु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए काली वस्तुओं, जेसै काले कपड़े, काला उड़द आदि का दान अवश्य करें।
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