व्रत करने वाली स्त्रियां इन नियमों का पालन दृड़ता से करें…
1- इस दिन महिलाएं काले वस्त्रों का प्रयोग ना करें, काला रंग सुहागिन महिलाओं के लिए अशुभ फलदायी है ।
2- एकदम सफेद साड़ी भी नहीं पहने । सफेद साड़ी भी शुभ पर्व पर सुहागिन स्त्रियां नहीं पहनती हैं ।
3- करवा चौथ के दिन कैंची का प्रयोग न करें, कपड़े नहीं काटें, इस दिन भूलकर भी कैंची का प्रयोग ही न करें बल्कि उसे कहीं छुपा दें ताकि वो दिखे भी नहीं ।
4- सिलाई-कढ़ाई भी ना करें । व्रत के दिन अक्सर महिलाएं सिलाई कढ़ाई या स्वेटर बुनने का काम करती हैं, लेकिन इस दिन ये से सभी कार्य प्रतिबंधित है ।
5- इस दिन समय बिताने के लिए ताश के पत्ते भी नहीं खेलें ।
6- समय पास करने के लिए रामायण, गीता या अन्य धार्मिक किताबे, धार्मिक संगीत और भजन में दिन बिताएं ।
7- इस दिनकिसी की निंदा न करें, किसी की चुगली या बुराई करने से व्रत का फल नष्ट हो जाता हैं । अपने से बड़ों का निरादर तो भूलकर भी न करें ।
8- इस दिन पति के अलावा किसी अन्य का चिंतन किसी भी स्थिति में न करें ।
10- उपयोग की हुई सुहाग की वस्तुएं कचड़े में बिलकुल भी नहीं फेंके ।
11- इस दिन श्रृंगार करते समय जो चूड़ियां टूट जाये उनको बहते जल में ही प्रवाहित करें । घर में तो भूलकर भी नहीं रखें ।
12- इस दिन किसी भी प्रकार का किया गया नशा व्रत के पुण्य का नाश कर देगा ।
13- विशेषकर करवा चौथ के दिन पति से प्यार से ही बाते करें, कोई विवाद न करें ।
अगर कोई भी विवाहित स्त्री इन सभी नियमों के पालन करते हुए निराजल व्रत रखती तो उसके पति का प्रेम और साथ जीवन भर मिलता हैं ।