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कोयंबटूर

आसक्ति दुर्गति का कारण : आचार्य महाश्रमण

तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में अहिंसा यात्रा शनिवार को अरवाकुरूची पहुंची। यहां के राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन करते हुए आचार्य ने कहा व्यक्ति के जीवन में पदार्थ की उपयोगिता होती है। उपयोग करना एक बात है लेकिन व्यक्ति पदार्थ के प्रति आसक्ति की भावना न रखें। मोह व आसक्ति दु:ख का कारण होती है।

कोयंबटूरApr 28, 2019 / 12:46 pm

कुमार जीवेन्द्र झा

jai acharya

आसक्ति दुर्गति का कारण : आचार्य महाश्रमण

मदुरै. तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में अहिंसा यात्रा शनिवार को अरवाकुरूची पहुंची।
यहां के राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन करते हुए आचार्य ने कहा
– व्यक्ति के जीवन में पदार्थ की उपयोगिता होती है। उपयोग करना एक बात है लेकिन व्यक्ति पदार्थ के प्रति आसक्ति की भावना न रखें। मोह व आसक्ति दु:ख का कारण होती है। व्यक्ति कामनाओं को सीमित रखने का प्रयास करें। कोई विषय भोग न भोगे परन्तु मन में भोग की कामना रखे तो वह भी दुर्गति का कारण बनती है। उन्हों ने कहा कि व्यक्ति धर्म की साधना द्वारा आसक्ति कम करने का प्रयास करें। इस संसार में जिस वस्तु का संयोग होता है उसका वियोग भी होता है। दोनों स्थितियों में समत्वभाव रखें । इससे पहले आचार्य आंडीपट्टीकोट्टई स्थित गवर्मेंट हायर सैकेंड्री स्कूल से विहार करते हुए यहां पहुंचे। रास्ते में बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने आचार्य के दर्शन किए व आशीर्वाद लिया।
सुन्दरकांड पाठ आज
तिरुपुर. मां दुर्गा भक्त मन्डल के तत्वावधान में रविवार को यहां सुन्दरकांड का 1081 वां पाठ किया जाएगा। ऊथुकली रोड पर बेकरी गली में पुरूषोत्तम अग्रवाल के यहां शाम पांच बजे से सुन्दरकांड पाठ शुरु होगा।
ईरोड. श्री सुन्दरकाण्ड भक्त मन्डल के तत्वावधान में रविवार को संगीतमय सुन्दर काण्ड का 1026 वां पाठ किया जाएगा।ईरोड में कृष्णा टाकीज के पास आनन्द मित्तल के यहां पाठ शाम पांच बजे शुरु होगा।
आचार्य रत्नसेन का ईरोड प्रवेश २९ को
कोयम्बत्तूर. जैन आचार्य रत्नसेन सूरीश्वर २९ अप्रेल को ईरोड में प्रवेश करेंगे। आचार्य सेलम से विहार करते हुए यहां पहुंचेंगे श्वेताम्बर जैन संघ की ओर से सुबह ८.३० बजे करपग लेआउट पर उनका स्वागत किया जाएगा। यहां स्वामी जिनालय में दर्शन के बाद आराधना भवन में करीब एक माह प्रतिदिन सुबह ९ बजे आचार्य के प्रवचन होंगे। उल्लेखनीय है कि आचार्य ईरोड से विहार कर कोयम्बत्तूर पहुंचेंगे। यहां उनका चातुर्मास रहेगा।

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