पूजा से पहले हमें मां दुर्गा की एक प्रतिमा, लाल चुनरी, आम की पत्ती, चावल, दुर्गा सप्तशती, कलावा, गंगाजल, चंदन, नारियल, कपूर, जौ, मिट्टी का बर्तन, गुलाल, सुपारी, पान, लौंग, इलायची एकत्र कर लेना चाहिए।
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गुप्त नवरात्रि पूजा विधि (Maa Durga Puja Vidhi)
प्रयागराज के आचार्य प्रदीप पाण्डेय के अनुसार गुप्त नवरात्रि में पूजा के लिए पहले ही पूरी पूजन सामग्री इकट्ठा कर लेनी चाहिए। इसके लिए इस आसान विधि से मां की पूजा करनी चाहिए।1. सुबह जल्दी उठें, स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें।
2. मां दुर्गा की प्रतिमा को लाल रंग के वस्त्र (चुनरी) से सजाएं।
3. मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं, और नवमी तक प्रतिदिन इसमें पानी का छिड़काव करें।
4. शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें। कलश में पानी भरकर उसके मुंह पर आम की पत्तियां लगाएं फिर नारियल रख दें। कलश पर लाल कपड़ा कलावा से बांध दें, अब मिट्टी के बर्तन पर रख दें।
5. फूल, कपूर, अगरबत्ती, ज्योति के साथ पंचोपचार पूजा करें।
6. नौ दिन तक मां दुर्गा से संबंधित मंत्रों का जाप करें, माता का स्वागत कर सुख समृद्धि देने के लिए प्रार्थना करें।
7. अष्टमी या नवमी को दुर्गा पूजा के बाद नौ कन्याओं की पूजा कर उन्हें पूड़ी, चना, हलवा का भोग लगाएं।
8. आखिरी दिन दुर्गा पूजा के बाद घट विसर्जन करें, मां दुर्गा के गीत गाएं, उन्हें फूल, अक्षत चढ़ाएं और बेदी से कलश उठाएं।
Gupt Navratri Puja Muhurt: गुप्त नवरात्रि को माघ नवरात्रि भी कहते हैं। माघ नवरात्रि की घट स्थापना मुहूर्त 22 जनवरी को 10.04 AM से 10.51 AM तक है।
बता दें कि माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी गुप्त नवरात्रि 22 जनवरी रात 2.22 बजे से शुरू हो रही है और रात 10.27 बजे (10.27 PM) पर संपन्न होगी। घटस्थापना इसी दिन की जाएगी।
माघी गुप्त नवरात्रि घटस्थापना के अन्य मुहूर्त
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त 12.17 PM से 1.00 PM (22जनवरी को)
इस दिन मीन लग्नः 10.04 AM