माँ दुर्गा की आराधना मां चामुंडा रूप में भी की जाती हैं । अगर गुप्त नवरात्र में सूर्योदय से 2 घंटे पूर्व चामुंडा मंत्र का जप पूरे नौ दिनों तक किया जाये तो व्यक्ति की कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान हो जाता हैं । जप करने से पूर्व गाय के घी का दीपक जलाकर, कुशा के आसन पर बैठकर, तुलसी की माला से पूर्व दिशा की तरफ मुख करके पूरे नौ दिनों तक इस मंत्र को प्रतिदिन 1100 बार जप करना हैं, और आखरी दिन उसी मंत्र की 108 आहूति का हवन करें । हवन में लकड़ी आम, पलाश एवं गुलर की ही होनी चाहिए । ऐसा करने से मां दुर्गा चामुंडा रूप में अपने भक्त को उसके स्वप्न में दर्शन देकर सभी मनोकामना की पूर्ति का आशीर्वाद देती हैं ।
मां दुर्गा चामूंडा बीज मंत्र
माता दुर्गा का यह बीज मंत्र बहुत ही शक्तिशाली एवं असरदार हैं–
मंत्र
।। ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ।।
इस चामुंडा मंत्र का जप गुप्त नवरात्र में करने से ज़िन्दगी में आई हर रुकावटे दूर हो जाती है । मंत्र उच्चारण से कठिन से कठिन समस्या का हल निकल जाता है । आखरी दिन जप, हवन के बाद 7 या 11 छोटी कन्याओं को मीठा भोजन जरूर खिलायें । ध्यान रखे नौ दिनों तक भूमि शयन जरूर करें, ब्रह्मचर्य का पालन करें ।