षटतिला एकादशी व्रत तिथिः पंचांग के अनुसार षटतिला एकादशी 17 जनवरी मंगलवार शाम 6.08 बजे शुरू हो रही है और 18 जनवरी बुधवार शाम 4.05 पर संपन्न होगी। उदयातिथि में यह व्रत 18 जनवरी को रखा जाएगा। इसका पारण समय अगले दिन 19 जनवरी गुरुवार सुबह 7.14 बजे से सुबह 9.21 बजे तक है।
षटतिला एकादशी शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurt): पंचांग के अनुसार षटतिला एकादशी 2023 पर 18 जनवरी सुबह 5.58 बजे से 19 जनवरी सुबह 2.45 बजे तक वृद्धि योग बन रहा है। इस योग में किए गए शुभ काम में वृद्धि होती है, यह योग बेहद शुभ होता है। इस योग में किए गए काम में कोई रूकावट नहीं आती।
1. उन्नति के लिए षटतिला एकादशी पर तिल मिले पानी से स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा करने से उनकी कृपा बनी रहती है।
2. आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए तुलसी को दूध चढ़ाएं, इससे तुलसी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय हैं। इससे नारायण भी प्रसन्न होते हैं।
3. अपने पार्टनर के साथ रिश्ता मधुर बनाने के लिए भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने के बाद श्री विष्णु गायत्री मंत्र ऊँ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात् का जाप करें।
4. षटतिला एकादशी के दिन श्री हरि को माखन मिश्री का भोग लगाएं, और मंदिर में ऊँ नमो भगवते नारायणाय मंत्र का 108 बार जाप करें, इससे करियर में आने वाले समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
5. अगर आप किसी को आकर्षित करना चाहते हैं तो इस दिन मिट्टी का कलश लें, इसके ऊपर लाल कपड़ा बांध दें, कलश की रोली अक्षत से पूजा करें, फिर जिसे आकर्षित करना चाहते हैं उसकी कलश पर तस्वीर बनाएं, कलश को देखते हुए पांच बार उस व्यक्ति का नाम मन में लें जिसे आकर्षित करना चाहते हैं। इसके बाद भगवान के चरणों में कलश रख दें, मंदिर में भी रख सकते हैं।