कवि सम्मेलन की शुरुआत मांडव के प्रसिद्ध गीतकार पंकज प्रसून द्वारा मां वागदेवी की वंदना द्वारा किया गया । महिदपुर से आए हास्य कवि शंकर सिसौदिया द्वारा अपनी प्रस्तुति द्वारा श्रोताओं को गुदगुदाया, इटावा के राष्ट्रीय ओजस्वी कवि राम भदावर द्वारा अपनी ओज वाणी से श्रोताओं में राष्ट्र के प्रति जोश भरने का कार्य किया । रतलाम के वीर रस के कवि बृजराज ब्रज द्वारा ओज का संचार किया गया । संचालक बदनावर से आए प्रसिद्ध हास्य कवि राकेश शर्मा ने किया। करते रहे। कोटा के प्रसिद्ध ख्यात नाम हास्य कवि सुरेंद्र यादवेंद्र ,अतुल ज्वाला, लोकेश जडिया, पार्थ नवीन, राहुल शर्माए द्वारा अपनी प्रसिद्ध रचनाओं से श्रोताओं का मनमोह लिया व देर तक तालियां बटोरते रहे । कवि सम्मेलन के सूत्रधार देश विदेश के प्रसिद्ध कवि हास्य कवि व व्यंगकार संदीप शर्मा द्वारा वागदेवी व भोजशाला की मुक्ति के लिए रचित कविताओं का पाठ किया गया । कवि सम्मेलन के अंत में देवास से आए विश्व विख्यात वीर रस के कवि देवकृष्ण व्यास द्वारा अपनी राष्ट्र भक्ति से ओत प्रोत अद्भुत रचनाएं सुनाई।
देर रात तक चली खाटू श्याम जी की भजन संध्या पांच दिवसीय भोज महोत्सव के दूसरे दिन रात्रि को भोजशाला परिसर में बाबा खाटूश्याम जी भजन संध्या का आयोजन किया गया था।
भजन संध्या के लिए बाबा का आकर्षक दरबार राजगढ़ के श्याम परिवार द्वारा सजाया गया था। बाबा के दरबार में ज्योत प्रज्वलित समिति के महामंत्री हेमंत दौराया द्वारा की गई। ज्योत प्रज्वलन बाद बाबा खाटूश्याम जी सुमधुर भजन संध्या का शुभारंभ कार्यक्रम के संयोजक धार के प्रसिद्ध भजन गायक नवीन राजकुंवर द्वारा किया गया।
प्रसिद्ध भजन गायिका संस्कृति पगारे ,नागदा जंक्शन से आई नंदिनी त्रिवेदी द्वारा मनमोहक भजनों द्वारा दर्शकों का मनमोह लिया। भजन संध्या के दौरान भजन गायकों का सम्मान समिति के अध्यक्ष राजेश शुक्ला ,मंत्री सुमित चौधरी,जगदीश राठौड़, सरला पांडर ने किया।