ये भी पढ़ें: अंगारे की तरह धधका भोपाल, टूटा 8 साल का रेकॉर्ड, अब शुरू होगी बारिश ! उत्तरी भाग में मिली प्रतिमा (Dhar Bhojshala survey)
एएसआइ ने उत्तरी और दक्षिणी हिस्से में उत्खनन जारी रखा। उत्तरी भाग में एक पत्थर पर आकृतियां उकेरी मिली। दूसरे पर चित्रकारी थी। तीसरा अवशेष संगमरमर के पत्थर का हिस्सा था, जो मूर्ति की तरह है। यह खंडित प्रतिमा है।
मुस्लिम समाज ने पढ़ी जुमे की नमाज (Dhar Bhojshala survey)
24 मई बीते शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोग काली पट्टी बांधकर धार की भोजशाला में नमाज के लिए इकट्ठे हुए। काली पट्टी बांधकर मुस्लिम समुदाय के लोग खुदाई का विरोध कर रहे थे। इसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन मानते हुए ही कई मुसलमानों ने नमाज में काली पट्टी बांधकर भाग लिया।
64 दिनों से हो रही भोजशाला की जांच
जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के बाद एएसआई पिछले 64 दिनों से भोजशाला की जांच कर रहा है। हिंदु समाज के लोग 11वीं सदी के स्मारक भोजशाला को हिंदू वाग्देवी (देवी सरस्वती) को समर्पित मंदिर मानते हैं। यह एएसआई द्वारा संरक्षित है, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद कहता है। हिंदू पक्ष के वकील शिरीष दुबे ने दावा किया कि मुस्लिम समुदाय के नेता इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को गलत समझ रहे हैं।