नकाते ने कहा कि कबीर यात्रा के जरिए देश के प्रसिद्व सूफी एवं वाणी कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देने आ रहे हंै। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योग्यता रखने वाले लोग शामिल हैं। इनको स्थानीय पर्यटन, कला एवं संस्कृति के विविध पहलूओं से अवगत कराया जाए। जिला कलक्टर ने कबीर यात्रा में अधिकाधिक संगठनों, गणमान्य नागरिकों, विभागीय अधिकारियों से सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वाान किया। इस दौरान रावत त्रिभुवनसिंह ने कहा कि कबीर यात्रा अच्छा प्रयास है। इसमें सहयोग के लिए सबको आगे आना चाहिए। ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के सचिव विक्रमसिंह ने कबीर यात्रा के बाड़मेर प्रस्ताव के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
सीमा सुरक्षा बल के विवेक ठाकुर ने बीएसएफ की ओर से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया। संचल फोर्ट की ओर कबीर यात्रा के एक दिन के प्रवास की समुचित व्यवस्थाओं का जिम्मा उठाने की घोषणा की गई। भामाशाह नवलकिशोर गोदारा ने कबीर यात्रा के लिए आर्थिक सहयोग की घोषणा की। यात्रा के आयोजन के संबंध में पुरुषोत्तम खत्री, महिला मंडल बाड़मेर आगोर के आदिल भाई, इंटेक चेप्टर के यशोवर्धन शर्मा, रामकुमार जोशी समेत कई लोगों ने सुझाव दिए। बैठक के दौरान बाड़मेर पंचायत समिति के विकास अधिकारी नवलाराम चौधरी, नेहरू युवा केन्द्र के ओमप्रकाश जोशी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि
बीकानेर की लोकायन संस्थान, ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान,
जोधपुर पुलिस प्रशासन, बाड़मेर जिला एवं पुलिस प्रशासन आगामी 25 से 29 अक्टूबर तक लोक संगीत महोत्सव के तहत राजस्थान कबीर यात्रा का आयोजन करवा रहा है।