वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे शख्स ने डैम निर्माण में ठेकेदार और जिम्मेदारों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, संबंधित विभाग से लेकर प्रशासन में कलेक्टक तक से इस संबंध में शिकायत की है। युवक का आरोप है कि, उसने इससे जुड़े फोटो और वीडियो प्रमाण के तौर पर सॉफ्ट कॉपी के माध्यम से संबंधित विभागों को भी दिए हैं, जिसकी रिसीविंग भी उसके पास है। इसके बाद भी अबतक यहां एक भी अधिकारी हरकत में नहीं आया है। युवक ने डैम निर्माण में लिप्त प्रसासन के साथ साथ सभी संबंधितों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि, अब अगर ये डैम फट जाएगा, तो असका खामियाजा डैम के पानी की जद में आने वाले हजारों लोगों की जान माल से भुगतना होगा।
युवक का आरोप है कि, पिछले तीन महीने से उसने तहसीलदार, एसडीएम और कलेक्टर से भी इस संबंध में शिकायत की है। बावजूद इसके अबतक इन तीनों अदिकारियों में से किसी ने यहां का निरीक्षण नहीं किया और न ही मुझे बुलाकर इसकी प्रमामिकता जांचने का प्रयास किया। युवक का आरोप है कि, उसने पुल निर्माण में हो रही खामियों को न सिर्फ जिला स्तर पर, बल्कि खुद के खर्च पर भोपाल तक जाकर इसकी शिकायत की है। लेकिन, कहीं से कोई सुनवाई नहीं हुई। युवक सोशल मीडिया पर युजर्स से वीडियो को अधिक से अधिक वायरल करने और भ्रष्टाचार में लिप्त जिम्मेदारों को जेल पहुंचाने में मदद करने की अपील कर रहा है।
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दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर की कार्रवाई की मांग
युवक का वीडियो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह द्वारा पोस्ट किया गया है। दिग्विजय ने न सिर्फ नौजवान को भ्रष्टाचार उजागर करने पर बधाई देते हुए साथ होने का आश्वासन दिया है। बल्कि, उन्होंने मुख्यमंत्री सिवराज सिंह चौहान, जल संसाधन मंत्री, ज़िला कलेक्टर और सिंचाई विभाग के सभी ज़िम्मेदार लोगों से इसपर जवाब देने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि, ठेकेदार के खिलाफ FIR होनी चाहिए।
सेना ने संभाला मोर्चा
आपको बता दें कि, डैम की मिट्टी लगातार रिसने के बीच सेना ने लोगों की जान बचाने के साथ साथ डैम की मरम्मत करने की कमान संभाल ली है। एक तरफ तो सेना के जवान युद्ध स्तर पर डैम की मरम्मत कार्य में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ डैम के पानी की जद में आने वाले 18 गांवों को खाली कराने का कम किया जा रहा है। संभव है कि, किसी अप्रीय हादसे में लोगों को जान का खतरा तो नहीं होगा, लेकिन गांव खाली करने के दौरान लोग अपने घरों और ग्रहस्तियों को चोड़कर जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें माली नुकसान हो सकता है।
अगर सब सही रहा तो ऐसी है तैयारी
हालांकि, सेना की योजना के तहत अगर सब सही रहा तो 24 घंटे में डेढ़ एमक्यूएम पानी रिलीज हो जाएगा। डैम में 15 एनक्यूएम टोटल पानी है। आने वाले 3 दिन में 5 एमक्यूएम पानी निकाल दिया जाएगा। इससे पानी का प्रेशर बांध की पाल पर कम हो जाएगा। वेलोसिटी फोर्स काम हो जाएगा। सीधे तौर पर पानी का प्रेशर पाल पर नहीं आ रहा है। बांध के पास पहाड़ी से पाल को मिट्टी का भराव का सहारा दिया जा रहा है। इसके अलावा पहाड़ी के पास से पानी को चैनल बनाकर निकाला जाने के लिए पोकलेन से युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ले रहे पल पल की अपडेट
डैम में हो रहे लीकेज की स्थिति का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वल्लभ भवन स्थित सिचुएशन रूम से खुद पल पल का आंकलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए धार जिला प्रशासन से वस्तुस्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। उनके साथ मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, एसीएस राजौरा, एसीएस एसएन मिश्रा समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित हैं।