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छोड़नी पड़ी पढ़ाई…
तीरंदाज सोनू खातून धनबाद जिले के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के जियलगोरा शालीमार की निवासी हैं। उनका सपना तीरंदाजी के क्षेत्र में प्रदेश व देश का नाम रोशन करने का था। लेकिन उनके सपने तब दम तोड़ने लगे जब उनके धनुष ने उनका साथ छोड़ दिया। इसी बीच लॉकडाउन लग गया। सोनी के परिवार की आर्थिक हालत कमजोर हो गई। उसे पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी।
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धनुष टूटा पर जज्बा नहीं…
पर सोनू एक खिलाड़ी हैं उनका जज्बा सामान्य इंसान से ज्यादा था। उन्होंने हार मानने के बजाए डटकर मुसीबत का सामना करने की सोची और मैदान में उतर गईं। वह सब्जी बेचकर परिवार का भरण-पोषण करने लगीं। जिला प्रशासन तक यह बात पहुंची कि राज्य की एक कुशल खिलाड़ी मुफलिसी की वजह से अपने खेल में आगे नहीं बढ़ पा रही है।
ऐसी सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन आगे आया। डीसी अमित कुमार ने सोनू को अपने कार्यालय बुलाया। उन्होंने आर्थिक सहायता के लिए 20 हजार रुपए का चेक सौंपा है। यह राशि सोनू को अपना टूटा हुआ घनुष ठीक कराने को दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने सोनी को आगे भी हर संभव मदद करने का विश्वास दिलाया है।
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सोनू व उसके परिवार ने इस सहायता के लिए डीसी अमित कुमार का आभार व्यक्त किया। सोनी ने खेल में आगे बढ़ने के अपने सपने और देश का नाम रोशन करने के सफर को जारी रखने की बात कही है। उन्होंने कहा कि डीसी अमित कुमार ने भी उसे खेल जारी रखने को कहा है और वह ऐसा ही करेंगी।